कटिहार, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला त्योहार ईद-ए-मिलाद-उन-नबी इस साल 15 सितंबर को मनाया जाएगा। इस अवसर पर शांति समिति की बैठक हुई, जिसमें बारसोई अनुमंडल पदाधिकारी दीक्षित श्वेतम ने डीजे पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि डीजे के धमक से कई तरह की परेशानियां होती हैं और यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
बैठक में जुलूस के लिए लाइसेंस लेने और रूट चार्ट पुलिस को देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। जनप्रतिनिधियों और राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि बारसोई शांतिप्रिय जगह है और यहां किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं होती है लेकिन फिर भी विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल और पदाधिकारी की तैनाती करनी चाहिए। जुलूस को मुख्य सड़क से ही निकलना चाहिए और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में नहीं जाना चाहिए, ताकि लोगों को आवागमन में सुविधा हो।
जदयू नेता ख्वाजा शाहिद ने कहा कि रहमानपुर में विशेष पुलिस बल की व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि यहां काफी भीड़भाड़ होती है और श्रद्धालु यहां कदमे रसूल की जियारत को आते हैं। बैठक में यह भी कहा गया कि ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का जश्न मनाने के लिए शांति और अमन का पैगाम देना चाहिए, क्योंकि मोहम्मद साहब ने सारी दुनिया में अमन और शांति का पैगाम दिया है। इस अवसर पर लोगों को एकता और भाईचारे का संदेश देना चाहिए। इसके साथ ही लोगों को अपने जीवन में पैगंबर साहब के संदेशों को अपनाना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / विनोद सिंह