Chhattisgarh

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईजी पर लगाए गंभीर आरोप

जेल में मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बघेल

रायपुर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । जेल में कोल लेवी घोटाले मामले में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी से मिलने आज (गुरुवार) दोपहर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री बघेल केंद्रीय जेल पहुंचे। भूपेश बघेल जेल की मुलाकात सूर्यकांत तिवारी से नहीं हो पाई। भूपेश ने बताया कि उन्होंने जेल अधीक्षक को आवेदन दिया था कि वे सूर्यकांत तिवारी से मिलना चाहते हैं, लेकिन अधीक्षक ने ऊपर से परमिशन लेने की बात कहकर मिलने से मना कर दिया। बघेल ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा, ऊपर से परमिशन का क्या मतलब है? वकील से मुलाकात की इजाज़त थी, लेकिन मुझे सूर्यकांत तिवारी से मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने विधायक देवेंद्र यादव से जेल में मुलाकात की। मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने ईओडब्ल्यू चीफ और रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री और मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर कार्रवाई की मांग भी करेंगे।

आरोपित सूर्यकांत तिवारी ने वकील के माध्यम से रायपुर सक्षम न्यायालय की विशेष न्यायधीश को लिखित शिकायत दी है कि जब वकील मुलाकात के लिए जेल गए थे तो आवेदक ने बताया कि उसे 8 सितंबर, रविवार को जेल अधीक्षक कार्यालय में बुलाया गया था। जब सूर्यकांत तिवारी पहुंचे तो वहां एसीबी चीफ अकेले बैठे हुए थे। एसीबी चीफ ने उसे देखते हुए बोला कि, 14 दिन की रिमांड में तुम मूर्ख बनाते रहे हो। तुम ये जान लो, कि सौम्या चौरसिया खत्म हो गई। भूपेश अब कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनने वाला है। भले ही अगली बार कांग्रेस सरकार आ जाए, लेकिन तुम्हें कोई बचाने वाला नहीं है। बेहतर यह है कि, तुम यह कह दो कि सौम्या चौरसिया के माध्यम से भूपेश को पैसा दिया है। उसके इस आरोप के बाद भूपेश उससे मिलने सेंट्रल जेल पहुंचे थे।

जेल में मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि गैर कानूनी ढंग से आईजी अमरेश मिश्रा जेल में सूर्यकांत तिवारी से पूछताछ करने पहुंचे थे। उन्होंने सूर्यकांत तिवारी को मेरे खिलाफ बोलने के लिए दबाव बनाया। उन्हें डराया और षडयंत्र के तहत फंसाने की धमकी दी। सूर्यकांत तिवारी ने कोर्ट में जो आवेदन दिया उसमें कई गंभीर बात कही है। इससे पता चलता है कि लोकतंत्र नाम की चीज ही नहीं। भूपेश बघेल ने कहा कि, मैं विधायक देवेंद्र यादव और सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल आया था। लेकिन मुझे सूर्यकांत तिवारी से नहीं मिलने दिया गया। रायपुर आई जी ने जेल में बंद सूर्यकांत को धमकाने की कोशिश की है। मेरा नाम नहीं लेने पर उसे तबाह करने की धमकी दी गई है। इसलिए मैं सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल पहुंचा था। इस मामले को लेकर मैं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखूंगा। मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखकर घटनाक्रम की जानकारी दूंगा। ऐसे अफसर के खिलाफ संज्ञान लेकर तत्काल कार्रवाई की जाए।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आरोप पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री और मुख्य न्यायधीश को पत्र लिखना उनका अधिकार है, वह कर सकते हैं। भूपेश बघेल डर क्यों रहे हैं? या कोई और मसला है। हमें और आपको समझना चाहिए।

(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा

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