जयपुर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान के स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को अब पढ़ाई के साथ ही अपने अच्छे व्यवहार और पौधारोपण करने पर भी नंबर मिलेंगे। इस पूरी प्रक्रिया को प्रोजेक्ट, थर्ड टेस्ट (अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद होने वाली परीक्षा), अच्छा व्यवहार और पौधारोपण की श्रेणी में बांटा गया है। इसके लिए क्लास छठीं से बारहवीं तक स्टूडेंट्स को 14 से 22 अंक तक दिए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने इसके लिए गाइडलाइन जारी की है।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राजस्थान के स्टूडेंट्स के शैक्षणिक स्तर को सुधारने के साथ ही उनके व्यवहार को बेहतर करने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से यह पहल की गई है। थर्ड टेस्ट और प्रोजेक्ट के साथ ही अब उन्हें पौधारोपण और अच्छा व्यवहार के भी नंबर मिलेंगे। इससे न सिर्फ उनके शैक्षणिक स्तर में सुधार होगा। बल्कि छात्रों का विकास भी हो सकेगा। दिलावर ने कहा कि वर्तमान में पर्यावरण संरक्षण के साथ ही वातावरण के लिए पौधारोपण बेहद जरूरी है। ऐसे में स्कूली बच्चे पर्यावरण के रक्षक बन प्रदेश को हरा-भरा बनाने में मददगार साबित होंगे। जल्दी ही इसका सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। इसके लिए स्टूडेंट्स न सिर्फ स्कूल में बल्कि, अपने घर, सार्वजनिक स्थान पर पौधरोपण कर सकेगा। इसकी मॉनिटरिंग जियो टैगिंग और टीचर्स करेंगे। उसके आधार पर ही स्टूडेंट्स को अंक दिए जाएंगे।
शिक्षा विभाग की ओर से अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद हर साल थर्ड टेस्ट होता है। स्टूडेंट के तब तक कंप्लीट हुए सिलेबस से सवाल परीक्षा में पूछे जाते हैं। उसके आधार पर उन्हें अंक दिए जाते हैं। हालांकि बोर्ड वाली कक्षाओं का थर्ड टेस्ट नहीं होता है। क्लास छठीं, सातवीं, नवीं और ग्यारह के स्टूडेंट को ही थर्ड टेस्ट के आधार पर अंक दिए जाएंगे। इसी तरह स्कूलों में स्टूडेंट्स को सामाजिक गतिविधियों के साथ शैक्षणिक गतिविधियों में सम्मिलित करने के लिए अलग-अलग प्रोजेक्ट दिए जाते हैं। यह प्रोजेक्ट स्कूल और टीचर के अनुसार दिए जाते हैं, जिसे कंप्लीट करने के बाद स्टूडेंट्स को फाइनल एग्जाम से पहले अपना प्रोजेक्ट सबमिट करना पड़ता है। उस आधार पर अंक दिए जाते हैं।
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(Udaipur Kiran) / रोहित