शिमला, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । संजौली मस्जिद विवाद मामले में प्रदर्शन करने वाले लोगों पर हुए लाठीचार्ज की विश्व हिंदू परिषद ने निंदा की है। विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत मंत्री तुषार डोगरा ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि देश का संविधान अपनी बात को रखना तथा शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन, आंदोलन करने की इजाजत देता है । इसके अनुरूप ही हिंदू समाज अपना प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से कर रहा था। जबकि पुलिस द्वारा इसे जोर जबरदस्ती से दबाने का प्रयास बहुत ही निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शन करने वाले हिन्दू समाज ने किसी प्रकार के धार्मिक सोहद्र को तोड़ने का प्रयास नहीं किया, किसी भी प्रकार से पुलिस व सरकार के विरोध में नारेबाजी भी नहीं की बावजूद इसके पोलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर ऐसी कारवाई की गयी। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस व प्रशासन ने सम्वेदनहीनता दिखाई है।
उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से मस्जिद का निर्माण बहुमंजिला इमारत के तौर पर कर दिया है, उसे गिराना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए थी ना कि हिंदुओं पर लाठी चार्ज , पानी और डंडे बरसाने की। हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है इस देवभूमि को दानव भूमि के रूप में परिवर्तित करने वाले व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लगातार बाहर से आने वाले प्रवासी व्यक्ति बिना वेरिफिकेशन के हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग स्थान में निवास कर रहे हैं, तथा हमारे व्यापार के संसाधन छीनने के साथ ही असामाजिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार से मांग की है कि पुलिस वेरिफिकेशन प्रत्येक व्यक्ति की जहां से वह मूलत ताल्लुक रखता है,वहां की पंचायत व पुलिस स्टेशन से होनी चाहिए,उसके बाद उसे हिमाचल प्रदेश में एंट्री मिलनी चाहिए। चाहे वह व्यापार करने के लिए आया हो या अपना धार्मिक प्रचार के लिए आया हो।
उन्होंने मांग की है कि हिमाचल प्रदेश में ऐसी अवैध सरकारी जमीन पर कब्जा को तुरंत प्रभाव से खाली करवाया जाए तथा सरकार व प्रशासन इसकी जिम्मेदारी लेते हुए संजौली के अंदर अवैध तरीके से निर्माण मस्जिद को तुरंत प्रभाव कानूनी तरीके से हटाए ।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा