– दोनों मित्र देशों के बीच और ज्यादा मजबूत होंगे द्विपक्षीय संबंध
– यह अभ्यास रेगिस्तानी वातावरण में संचालन पर केंद्रित होगा
नई दिल्ली, 12 सितम्बर (Udaipur Kiran) । भारत-ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अल नजाह’ के पांचवें संस्करण के लिए भारतीय सेना की टुकड़ी गुरुवार को रवाना हो गई। यह अभ्यास 13 से 26 सितंबर तक ओमान के सलालाह में रबकूट प्रशिक्षण क्षेत्र में होगा। अभ्यास ‘अल नजाह’ 2015 से भारत और ओमान के बीच बारी-बारी से हर दो साल में आयोजित किया जाता है। इस अभ्यास का पिछला संस्करण राजस्थान के महाजन फायरिंग रेंज में हुआ था। यह संयुक्त अभ्यास रक्षा सहयोग को मजबूत करेगा और दोनों मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाएगा।
सेना ने आज एक बयान में बताया कि कुल 60 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट की एक बटालियन करेगी। इसी तरह ओमान की शाही सेना की टुकड़ी में भी 60 सैन्य कर्मी शामिल होंगे, जिसका प्रतिनिधित्व फ्रंटियर फोर्स के सैनिक करेंगे। इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है। यह अभ्यास रेगिस्तानी वातावरण में संचालन पर केन्द्रित होगा।
अभ्यास के दौरान किए जाने वाले सामरिक अभ्यासों में संयुक्त योजना, घेरा और खोज अभियान, निर्मित क्षेत्र में लड़ाई, मोबाइल वाहन चेक पोस्ट की स्थापना, काउंटर ड्रोन और रूम इंटरवेंशन शामिल हैं। वास्तविक दुनिया के आतंकवाद विरोधी अभियानों का अनुकरण करने वाले संयुक्त क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास की भी योजना बनाई गई है। अभ्यास के दौरान दोनों पक्षों को संयुक्त अभियानों के लिए रणनीति, तकनीकों और प्रक्रियाओं से संबंधित सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों का आदान-प्रदान करने का मौका मिलेगा। इससे दोनों सेनाओं के बीच अंतरसंचालनीयता, सद्भावना और सौहार्द को भी बढ़ावा मिलेगा।
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(Udaipur Kiran) / सुनीत निगम