नई दिल्ली, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । कांग्रेस नेता उदित राज ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमाे मायावती पर गुरुवार काे जमकर हमला बाेला। उन्हाेंने
कांग्रेस काे उत्तर प्रदेश और देश से उखाड़ने के लिए बसपा सुप्रीमाे मायावती काे जिम्मेवार ठहराया है।
आज कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता में पार्टी नेता उदितराज ने कहा कि तीन-चार दशक से बसपा झूठा प्रचार करती रही, जिसका कांग्रेस ने जवाब नहीं दिया। इसकी वजह से कांग्रेस पहले उत्तर प्रदेश व बाद में देश से उखड़ गई। लेकिन अब ऐसा नहीं हाेगा। कांग्रेस के हर सवाल का जवाब बसपा सुप्रीमाे काे देना हाेगा। उन्हाेंने कहा कि बसपा सुप्रीमाे मायावती का राजनीतिक ताैर पर खात्मा हाेने तक कांग्रेस उनसे सवाल पूछती रहेगी।
कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि बसपा ने शुरू से ही कांग्रेस की आलोचना करके अपनी जमीन तैयार की, उसका अपना कोई भौतिक आधार नहीं रहा है।
कभी उन्हाेंने पर्दाफाश रैली तो कभी थू-थू रैली निकाली और हमेशा बाबा साहब आम्बेडकर को आगे रखकर कांग्रेस पर भावानात्मक अत्याचार करती रही। उन्हाेंने कहा कि यहां तक कि बसपा झूठे प्रचार करती रही कि कांग्रेस ने बाबा साहब को चुनाव में हराया व बाबा साहब को भारत रत्न नहीं दिया।
उन्हाेंने कहा कि जबकि कांग्रेस ने बाबा साहब के लिए जाे किया वो किसी ने नहीं किया आैर ना कोई कर नहीं सकता है। अभी भी भ्रांति है कि बाबा साहब को संविधान सभा में आने से रोका गया यह दुष्प्रचार है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जब भारत का विभाजन नहीं हुआ था, तब बाबा साहब खुलना से जीत कर आए थे। विभाजन के बाद बाबा साहब की सदस्यता खत्म हो गई, तब कांग्रेस ने अपने एक प्रतिनिधि के स्थान पर बाबा साहब को संविधान सभा में लाई। यह बात बहुत लोगों को पता नहीं है। कांग्रेस ने इसलिए कभी नहीं बताया, क्याेंकि कांग्रेस बाबा के सम्मान के वजह से चुप रही।
उन्हाेंने कहा कि बाबा साहब जब संविधान निर्मात्री समिति के अध्यक्ष बने और तब उन्हाेंने अपने पहले भाषण में वे तो सदस्य बनना ही बहुत बड़ी बात समझ रहे थे। उन्हें ताे यहां का चेयरमैन बना दिया गया। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें कानून मंत्री बनाया। उन्हाेंने कहा कि नेहरू व बाबा साहब में हिंदू कोड बिल पर सहमति थी लेकिन कुछ मुद्दाें पर मतभेद हुआ। परिस्थितियां ऐसी पैदा हुईं कि उन्होंने त्याग पत्र दे दिया। इसके बाद भी राज्यसभा में भेजने में कांग्रेस ने मदद की बावजूद इसके भ्रम फैलाया गया। यह बसपा सुप्रीमाे माायावती के लिए टाॅनिक का काम किया।
कांग्रेस नेता उदित राज ने आगे कहा कि बसपा सुप्रीमाे मायावती चार बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भी दलित वर्ग के लिए स्वास्थ्य, आरक्षण,जमीन और नौकरी के क्षेत्र में काेई काम नहीं किया। यहां तक कि पदाेन्नति में आरक्षण लागू नहीं किया, जिसका डेढ़ लाख कर्मियों पर असर पड़ा। इसका असर उत्तराखंड पर पड़ा
और वहां पर भी यह कानून लागू नहीं हुआ। उन्हाेंने यह भी कहा कि 2006 में अनुसूचित जाति एवं परपरांगत वन निवासी नियम के तहत जाे आदिवासी जमीन को जोत बो रहे हैं उन्हें जमीन का अधिकार मिलना चाहिए, उस दौरान यूपी में 92 हजार 402 आवेदन आए, लेकिन 81 प्रतिशत दावे अस्वीकार हो गए।
—————
—————
(Udaipur Kiran) / बिरंचि सिंह