Haryana

एक-दूसरे की मदद काे आगे आया देवीलाल का परिवार

-चुनावी दाैर में बदले परिवार के समीकरण

-भाजपा सरकार में साझेदार रहे दुष्यंत व रणजीत चाैटाला करेंगे एक-दूसरे की मदद

-अभय चौटाला व आदित्य चौटाला भी हुए एक

चंडीगढ़, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान सिरसा जिले में देवीलाल परिवार के बीच दिलचस्प समीकरण बन गए हैं। यहां परिवार के कुछ सदस्य एकजुट हुए तो कुछ में दूरियां बरकरार हैं। यह इस बात का संकेत है कि निकट भविष्य में देवीलाल परिवार फिर से एक हो सकता है।

चार दिन पहले आदित्य देवीलाल भाजपा छोड़कर इनेलो में शामिल हुए थे। अब डबवाली से जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह चौटाला ने रानियां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे दादा रणजीत सिंह चौटाला से मदद मांगी है। रणजीत चौटाला डबवाली में दिग्विजय और उचाना में दुष्यंत चौटाला की मदद करेंगे। बदले में जेजेपी रानियां से अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। साथ ही पार्टी रणजीत सिंह की मदद भी करेगी।

इससे पहले, लोकसभा चुनाव में चौटाला परिवार हिसार सीट पर आमने-सामने था। यहां भाजपा ने रणजीत चौटाला, इनेलो ने सुनैना चौटाला और जेजेपी ने नैना चौटाला को उम्मीदवार बनाया था। हालांकि, चौटाला परिवार का कोई सदस्य यह चुनाव नहीं जीत पाया। रणजीत चौटाला लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने रणजीत सिंह को रानियां से टिकट नहीं दिया तो उन्होंने भाजपा छोड़ते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। इसी सीट पर इनेलो के प्रधान महासचिव के बेटे और रणजीत चौटाला के पोते अर्जुन चौटाला भी चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में इस सीट पर दादा पोते के बीच टक्कर है।

डबवाली सीट पर चाचा-भतीजे में मुकाबला है। यहां भाजपा से टिकट कटने से नाराज आदित्य देवीलाल इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। आदित्य देवीलाल, जगदीश चौटाला के बेटे हैं। वहीं जेजेपी के दिग्विजय चौटाला भी इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। आदित्य ने पिछला चुनाव भी इसी सीट से लड़ा था लेकिन वह हार गए थे। एक तरफ आदित्य व अभय चौटाला चौटाला एक मंच पर होंगे तो दूसरी तरफ दुष्यंत और रणजीत चौटाला एक मंच पर होंगे।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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