कटिहार, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के बारसोई प्रखंड में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति चिंताजनक है। बुधवार को बारसोई प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिओम शरण के औचक निरीक्षण में दो केंद्र बंद पाए गए, जबकि एक केंद्र में बच्चों की उपस्थिति नहीं थी और पोषाहार नहीं बनाए गए थे।
सिर्फ कागजों पर चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र! :-
बारसोई बाल विकास परियोजना पदाधिकारी बबीता कुमारी को दो प्रखंडों के प्रभार में होने के कारण आंगनबाड़ी केंद्रों का सही तरीके से संचालन नहीं हो पा रहा है। सरकार की योजनाओं का लाभ शत प्रतिशत आंगनबाड़ी के बच्चों, स्थानीय धात्री महिलाओं और युवा बच्चियों को नहीं मिल पा रहा है।
गर्भवती और धात्री महिलाओं को भी पोषण आहार की जरूरत! :-
बिहार सरकार की आंगनबाड़ी लाभार्थी योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती और धात्री महिलाओं सहित 1 से 6 वर्ष के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य का ध्यान रखना है। इस योजना के माध्यम से सरकार पका हुआ भोजन और सूखी राशन सामग्री प्रदान करती है ताकि गरीब परिवारों की महिलाओं और बच्चों को सम्पूर्ण आहार मिल सके।
जांच रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को भेजी जा रही है! :-
प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिओम शरण ने कहा कि जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया। जांच रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को भेजी जा रही है।
आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार की जरूरत! :-
आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार की जरूरत है। सरकार को आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए ताकि आंगनबाड़ी के बच्चों, धात्री महिलाओं और युवा बच्चियों को शत प्रतिशत लाभ मिल सके।
—————
(Udaipur Kiran) / विनोद सिंह