– अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण का प्रतिवेदन ऑनलाइन करना होगा दर्ज, हर सप्ताह होगी मॉनिटरिंग
इंदौर, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि जिले में अब हर विभागों में बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था होगी। बायोमेट्रिक मशीन में दर्ज उपस्थिति के आधार पर ही वेतन का भुगतान किया जायेगा। यह व्यवस्था जिले के ग्राम स्तर पर भी लागू की जाएगी। इसके लिए सभी विभागों के अधिकारियों को अपने-अपने स्तर पर कार्ययोजना बनाकर व्यवस्था करने के निर्देश दिये गए हैं। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे स्वयं तथा अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ संबंधित कार्यालयों, विभागीय गतिविधियों, योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की मैदानी स्तर पर पहुंच कर निरीक्षण करें। निरीक्षण का प्रतिवेदन ऑनलाइन दर्ज करें। इसके लिए सुशासन नाम से मोबाइल एप बनाया गया है।
कलेक्टर आशीष सिंह सोमवार को समय-सीमा के पत्रों के निराकरण (टीएल) की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर गौरव बेनल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार, अपर कलेक्टर सपना लोवंशी, रोशन राय तथा निशा डामोर सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बैठक में समय-सीमा के पत्रों के निराकरण के साथ ही विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों तथा अन्य गतिविधियों के संबंध में भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इंदौर के कलेक्टर कार्यालय में स्थापित मीडिएशन सेंटर की सफलता को देखते हुए ऐसी ही व्यवस्था जिले के देपालपुर, सांवेर और महू तहसील मुख्यालय पर भी की जायेगी। इस मीडिएशन सेंटर के माध्यम से जिला स्तर पर अभी तक आपसी सुलह और समझौते से 132 प्रकरणों का निराकरण किया गया है। इस सेंटर के माध्यम से छोटे-छोटे घरेलू विवाद, संपत्ति विवाद, रास्ते के विवाद आदि प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है।
बैठक में उन्होंने रणजीत हनुमान तथा खजराना गणेश मंदिर के विकास संबंधी कार्ययोजना को शीघ्र बनाने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि आज से नायता मुण्डला बस स्टैण्ड से बसों का संचालन भी प्रारंभ किया गया है। इस बस स्टैण्ड से बसों की संख्या और बढ़ाई जायेगी।
(Udaipur Kiran) तोमर