-ग्यारह साल में पहली बार 14 दिन जेल से बाहर रहा
जोधपुर, 9 सितम्बर (Udaipur Kiran) । अपने ही आश्रम की नाबालिग छात्रा के साथ यौन शोषण के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा आसाराम अपनी पैरोल खत्म कर साेमवार काे वापस जोधपुर सेंट्रल जेल पहुंच गया। आसाराम 11 साल में पहली बार 14 दिन जेल से बाहर रहा। उपचार के बाद सोमवार को आसाराम वापस जोधपुर लौट आया है। मुंबई से जोधपुर की फ्लाइट से लौटे आसाराम को कड़ी सुरक्षा के साथ वापस एयरपोर्ट से जेल ले जाया गया। आज भी आसाराम को प्लेन से नीचे उतरने के बाद एक विशेष वाहन से गेट तक लाया गया और एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया। इस दौरान उसे देखने आए उसके साधकों को एक फिर निराशा हाथ लगी।
आसाराम को गत 24 अगस्त को ले जाया गया था। पांच दिन की पैरोल बढ़ाई गई थी। सोमवार को मुंबई से जोधपुर आते समय आसाराम के भक्त बड़ी संख्या में फ्लाइट में थे जो बार-बार उसके पास जाकर उसका आशीर्वाद लेने का प्रयास करने में लगे रहे। इस दौरान जोधपुर पुलिस के जवान उनको रोकने का प्रयास करते नजर आए। बता दें कि आसाराम को 13 अगस्त को राजस्थान हाईकोर्ट ने सात दिन की पैरोल दी थी और पैरोल की अवधि को हॉस्पिटल में पहुंचने के समय से गिना गया था। आसाराम अपने खर्च पर अपना इलाज करवा कर वापस जोधपुर सेंट्रल जेल पहुंचा।
उल्लेखनीय है कि आसाराम को सितंबर 2013 में इंदौर से जोधपुर पुलिस गिरफ्तार करके लेकर आई थी। इसके बाद से जेल में ही है। गिरफ्तारी के बाद करीब पांच साल लंबी ट्रायल चली। इस दौरान आसाराम को जेल से कोर्ट लाया जाता था। 2018 में फैसला आने के बाद कोर्ट आना भी बंद हो गया। सिर्फ इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। यह पहला मौका है जब 11 साल में पहली बार आसाराम जोधपुर से 14 दिन तक बाहर रहा है। जोधपुर जेल में हाईकोर्ट में आसाराम की ओर से कई बार पैरोल के लिए याचिकाएं लगाई गईं, लेकिन पहली बार उपचार के लिए 13 अगस्त को न्यायाधीश पुष्पेद्र भाटी और न्यायाधीश मुन्नारी लक्ष्मण की खंडपीठ ने जोधपुर एम्स की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर सात दिन की पैरोल दी थी। आसाराम की ओर से हमेशा यह दलील दी जाती रही है कि वह सिर्फ और सिर्फ आयुर्वेद उपचार करवाएगा।
(Udaipur Kiran) / सतीश