पूर्वी चंपारण, 08 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
भारत-नेपाल की सीमा पर अक्षरधाम मंदिर निर्माण को लेकर कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सब कुछ ठीक रहा तो इस साल के अंत तक रक्सौल-वीरगंज बॉर्डर पर शंकराचार्य गेट के समीप भव्य अक्षरधाम मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा।
वीरगंज में अक्षरधाम मंदिर बनाने की पहल वीरगंज के मेयर राजेशमान सिंह के द्वारा शुरू की गयी थी, जिसे वीरगंज ही नहीं बल्कि रक्सौल के लोगों का भी भारी समर्थन प्राप्त हो रहा है। हाल ही में वीरगंज महानगरपालिका के मेयर राजेशमान सिंह ने कलकता में स्वामी नारायण अक्षरधाम ट्रस्ट के डॉ. स्वामी से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने वीरगंज महानगरपालिका के तरफ से अनुरोध पत्र के साथ-साथ सभी प्रकार के आवश्यक अनापति प्रमाण पत्र को अक्षरधाम मंदिर ट्रस्ट को सौंपा है, साथ ही, अनुरोध किया है,कि जल्द से जल्द वीरगंज की धरती पर अक्षरधाम मंदिर निर्माण कार्य की शुरूआत की जाये।
वीरगंज महानगरपालिका के मेयर राजेशमान सिंह ने बताया कि अक्षरधाम मंदिर का वीरगंज में बनना दोनो देश के नागरिकों के लिए गर्व की बात है।यहां अक्षरधाम मंदिर को बनते देखना इस पीढ़ी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा। उन्होंने बताया कि धार्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से भी अक्षरधाम मंदिर बन जाने से रक्सौल व वीरगंज के लोगों को लाभ होगा। उन्होने बताया कि मंदिर को लेकर 4 एकड़ भूमि चिन्हित कर मंदिर का सांकेतिक नक्शा भी जारी किया गया है।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार