विदिशा, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) गणेश चतुर्थी पर सैट मैरी कालेज के छात्र कालेज कैम्पस में गणेश प्रतिमा स्थापना करना चाहते थे, जिसकी जानकारी प्रबंधन को लगते ही प्रबंधन ने अवकाश की सूचना पटल पर चस्पा कर दी। जिससे गुस्साएं अभाविप के छात्रों ने गेट पर हंगामा खड़ा कर दिया। इस बात की जानकारी जब सनातन हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष नितिन लाला को लगी तो वे अपने सदस्यों के साथ कालेज पहुंच गएं। हंगामा का अंदेशा को देख्रते हुए कालेज पुलिस छाबनी में तब्दील हो गया।
समिति की मांग थी कि हिन्दु के त्यौहारों को कालेज नही मानता और न ही इसमें सहयोग करता हैं। इस कारण से हंगामा हो जाता हैं। प्रशासन को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए कि हिन्दुओं के त्यौहार कालेजों में मनाएं जाएं।
शनिवार को गणेश प्रतिमा की झांकी की स्थापना को लेकर सेंटमेरी कालेज में विवाद हो गया। जानकारी लगते ही भारी पुलिस बल कालेज पहुंच गया। अभाविप की प्रभारी शालिनी वर्मा और सदस्य और विधार्थी केम्पस में झांकी लगाना चाह रहें थे। विधार्थी गणेश की प्रतिमा को लेकर चार से पांच घंटे तक सेंट मैरी के प्रवेश द्वार पर खड़े रहे और कालेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, लेकिन सेंट मैरी प्रबंधन द्वारा उन्हें के म्पस में झांकी लगाने की स्वीकृति नही दी। इस दौरान प्रवेश द्वारा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। इस मौके पर एसडीएम,सीएसपी के अलावा दोनो थानों के टीआई, तहसीलदार, आरआई सहित भारी मात्रा में पुलिस बल ने सुबह से डेरा डाल दिया था। जो कालेज के छात्र इस आंदोलन मे ंशामिल थे उन्हें प्रबंधन द्वारा कालेज से नाम काटने की धमकी दा जा रही थी। इस दौरान सनातन हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष नीतिन लाला भी मौके पर पहुंच गएं उन्होंने भी कौशिश की। लेकिन नतीजा खाली रहा। कुल मिलाकर मिश्नरी संचालको के आगे प्रशासन और अभाविप के पदाधिकारियों की नहीं चल पाई।
सात शिक्षकों की बनाई टीम
हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष नितिन माहेश्वरी लाला का कहना है कि मिश्नरी स्कूल हिन्दु देवी देवताओं के खिलाफ संयत्र रचता हैं वह देवी देवताओं को नहीं मानते इसलिए गणेश प्रतिमा की झांकी का विरोध किया था। प्रबंधन ने छात्रों से कहा था कि यदि झांकी लगाई तो कालेज से निष्काशित कर देगे,एसडीएम ने हस्तक्षेप किया तो कालेज प्रबंधन ने सात शिक्षकों की एक कमेटी बनाई हैं जो झांकी लगाने और पूजा करने में सहयोग करेगी। तब जाकर मामला शांत हुआ।
2018 में नही होने दी भारत माता की आरती
जानकारी के मुताबिक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र कालेज में भारत माता की आरती करना चाहते थे। जिसकी अनुमति प्रबंधन ने नही दी। यह बात जब संगठन के अन्य पदाधिकारी को मालूम हुआ तो दो दिन दिन बाद बड़े स्थर पर आरती करने का फैसला लिया। नितिन सिरभैया ने बताया की कालेज की मनमानी के चलते कालेज में आरती नही हो सकी तो मुख्य द्वार पर आरती का आयोजन किया गया था। इस मामले में 12 लोगों पर केस दर्ज हुआ था और 28 लोगो पर 151 के तहत कार्यवाही हुईं थी। ईसाई मशीनरी का यह कोई पहला मामला नही हैं।
सेंट मैरी गेट पर लगा सजा शाम को झांकी का पंडाल
शनिवार को देर शाम सैंट मेरी के गेट पर गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना को लेकर पंडाल सजाया गया और विधि विधान से गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की गई। कालेज के सूत्रों का कहना हैं कि पूर्व में कालेज प्रबंधन ने भी इसी स्थान पर झांकी लगाने की स्वीकृति दी थी।
इनका कहना है
सैंट मेंरी के छात्र केम्पस में गणेश प्रतिमा स्थापित करना चाह रहें थे, जबकि कालेज प्रबंधन का कहना था कि हमारे नियम में नही हैं छात्र झांकी बहार लगा लो हम से जों भी सहयोग होगा पूरा किया जाएंगा। और उत्सव को धूमधाम से मनाएंगे। लेकिन छात्र केम्पस में प्रतिमा की स्थापना की मांग कर रहे थे, इसी बात को लेकर छात्रों और प्रबंधन की बीच सामंजस्य करया गया। इसके बाद छात्र मान गएं और झांकी बहार लगा रहें हैं।
क्षित्रिज शर्मा,एसडीएम
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(Udaipur Kiran) / राकेश मीना