Uttrakhand

पूजन के बाद गणेश मूर्ति विसर्जन का विधान नहीं : पंडित नितिन

पूजन करते हुए

हरिद्वार, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के जन्मोत्सव पर वैश्य कुमार धर्मशाला कनखल में धर्म रक्षा मिशन द्वारा जनमानस के कष्टाें को दूर करने एवं देश की सुख समृद्धि के लिए आचार्य पंडित निश्चित शुक्ला के सानिध्य में 16वें गणेशोत्सव का आयोजन किया गया।

महाेत्सव में गणपति का एक हजार सहस्र नामों द्वारा विभिन्न प्रकार के द्रव्यों, मोदक, चावल, बेसन, दूर्वा, घी, पुष्प इत्यादि द्वारा अभिषेक किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

पंडित नितिन शुक्ला ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि शास्त्रों में गणेश विसर्जन का किसी भी प्रकार का वर्णन नहीं है, परंतु अज्ञानतावश तथा देखा देखी के चलते प्रत्येक स्थान पर भगवान गणपति की केमिकल युक्त मूर्तियां स्थापित की जाती हैं, जो विसर्जन के बाद पानी में घुलता नहीं व जलीय जीवों को नुकसान पहुंचता है। इसके लिए अधिक से अधिक इस संबंध में आमजन को जागरूक किया जाए।

उन्हाेंने बताया कि संस्था द्वारा हर वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमें आने वाले भक्तगण अपने-अपने घर के मंदिर में स्थापित मूर्तियों को लाकर पूजन करते हैं तत्पश्चात मूर्तियों को मंदिर में पूजा पाठ के लिए रखा जाता है।

पूजन कार्यक्रम में उत्तराखंड महिला संघ की प्रदेश अध्यक्ष अनीता शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, महामंत्री आशु चौधरी, जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा, पूर्व मेयर मनोज गर्ग ने प्रतिभाग कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस अवसर पर मुख्य यजमान डॉक्टर अशोक मानवी एवं संस्था के महामंत्री राजकुमार प्रधान, योगेंद्र शुक्ला, दीप रतन शर्मा, ऋषभ दुबे, आदित्य शर्मा, अनुज खैरवाल, आकाश शर्मा, उज्जवल शर्मा, पारस शर्मा, शैलेश गुप्ता, अंकित शर्मा, आदर्श पांडे ने सहयोग कर पूजन को सफल बनाया।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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