फरीदाबाद, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । शहर की याद राम कॉलोनी में शनिवार एक बुजुर्ग दंपत्ति को तो सभी भाइयों ने अपनी पत्नियों के साथ मिलकर घर से बाहर खींच कर बुरी तरह पीट दिया। इस दौरान बुजुर्ग महिला के पांव में फ्रैंक्चर हुआ।
घायल बुजुर्ग महिला माया देवी के मुताबिक उनके पड़ोसियों से पुरानी बात को लेकर काफी समय से रंजिश चल रही है। वह लोग सरूरपुर स्थित याद राम कॉलोनी में रहते हैं। जहां पर बिहार के रहने वाले लोग अपना अपना मकान बनाकर रह रहे हैं, लेकिन वहीं पर रहने वाले दो पड़ोसी ओमकार और पिंकू बघेल भी रहते हैं। दोनों ने वहां पर कॉलोनी में अपने पिता के नाम का बोर्ड लगाने की कोशिश की थी। जिसका उन्होंने विरोध किया था। इसी बात को लेकर उनकी दोनों से रंजीत चल रही थी। आज सुबह पिंकू बघेल और ओमकार दोनों अपनी पत्नियों के साथ आए और ओम प्रकाश को घर से बाहर खींचा और उनकी पिटाई शुरू कर दी। माया देवी के मुताबिक दोनों ने पत्नियों के साथ मिलकर उन्हें बुरी तरह पीटा और पीट कर उन्हें गड्ढे में धकेल दिया। जिसके चलते उनके पांव टूट गया। घटना की जानकारी उन्होंने डायल से 112 कर पुलिस को भी दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन्होंने पहले उनका मेडिकल और इलाज भी के अस्पताल में कराने के लिए कहा। फिलहाल वह बीके अस्पताल में मेडिकल और इलाज के लिए पहुंचे हैं। डॉक्टर उन्हें पहले पुलिस से डेली डायरी नंबर लाने के लिए कहा, जो पुलिस ने उन्हें दिया ही नहीं है।
इसके चलते उन्हें अब दोबारा पुलिस चौकी जाकर डेली डायरी नंबर लाना होगा, उसके बाद ही यहां पर उनकी मेडिकल रिपोर्ट बनाई जाएगी। वहीं पीडि़ता बुजुर्ग महिला के पड़ोसियों अनिल ओझा और पिंटू गुप्ता ने बताया कि जिन दोनों युवकों ने अपनी पत्नियों के साथ मिलकर बुजुर्ग दंपती को पीटा है। वह लोग इलाके में दादा गिरी जमाते हैं। दादा गिरी के चलते वह लोग अपने पिता का कॉलोनी में बोर्ड लगाना चाहते थे, जिसका न केवल कॉलोनी के लोगों ने विरोध किया था। बल्कि बुजुर्ग दंपती माया और उनके पति ने भी इसका विरोध किया था। इसी रंजिश से उन्होंने आज दोनों को बुरी तरह पीटा है। हैरत की बात तो यह है कि जब घायल दंपती ने शिकायत लेकर पुलिस चौकी में गए, तो माया देवी के घायल पति को ही पुलिस में अंदर पुलिस चौकी में बैठा लिया गया। वहीं मामले में संजय कॉलोनी चौकी इंचार्ज बिजेंद्र से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि उनके पास अभी किसी झगड़े की कोई शिकायत नहीं आई है। उनके द्वारा किसी को भी पुलिस चौकी में नहीं बैठाया गया है।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर