फरीदाबाद, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा में बीजेपी की 67 टिकटों के उम्मीदवारों की घोषणा के के बाद शुक्रवार देर रात कांग्रेस पार्टी ने भी 32 विधानसभा के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इसके बाद टिकट मिलने वाले उम्मीदवारों में टिकट मिलने की खुशी देखने को मिली। फरीदाबाद की एनआईटी 86 विधानसभा से दूसरी बार कांग्रेस के टिकट मिलने के बाद विधायक नीरज शर्मा काफी खुश नजर आए और समर्थकों में भी भारी खुशी देखने को मिली। गौरतलब है कि विधायक नीरज शर्मा विपक्ष में रहते हुए भी बीजेपी सरकार में सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार लेने में कामयाब रहे। इस बार भी कांग्रेस ने उनके काम करने के तरीके और उनके राजनीतिक परिवार के बैकग्राउंड को देखते हुए उन्हें टिकट देकर पूरा भरोसा जताया है।
इस मौके पर जब विधायक नीरज शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम की कृपा जिस पर होती है, वह हमेशा विजयी होते हैं। नीरज शर्मा विधायक बनने से पहले झारखंड की शिबू सोरेन सरकार में ओएसडी रह चुके हैं, उनके पारिवारिक राजनीतिक करियर की बात करें, तो उनके माता-आशा शर्मा पिता स्वर्गीय शिव चरण शर्मा पार्षद से लेकर मेयर तक रह चुके हैं। उनके भाई मुकेश शर्मा भी पिछली बीजेपी सरकार में अप महापौर पर रह चुके हैं। गौरतलब है कि 2009 में पंडित शिवचरण लाल शर्मा ने एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता और तत्कालीन हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे एसी चौधरी को हराया था। तब चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के पास पर्याप्त विधायक होने से पंडित शिवचरण लाल शर्मा सहित कई निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया था।
इसके बाद तत्कालीन हुड्डा सरकार में पंडित शिवचरण लाल शर्मा को राज्यमंत्री बनाया गया था। 2014 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में चुनाव लडऩे का निर्णय लिया था। इस चुनाव में इनेलो के नगेंद्र भड़ाना ने 47739 वोट लेकर पंडित शिवचरण लाल शर्मा को पराजित किया था और शर्मा दूसरे नंबर पर रहे थे। हालांकि, कुछ समय बाद शिवचरण शर्मा कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पंडित शिवचरण लाल शर्मा 1994 में गठित फरीदाबाद के पहले नगर निगम से लेकर 2005 तक हुए सभी निगम चुनावों में पार्षद का चुनाव जीते थे। दो बार फरीदाबाद नगर निगम के वरिष्ठ उपमहापौर और इसी दौरान कार्यकारिणी महापौर भी रहे। शर्मा सुपर बाजार के डायरेक्टर भी रह चुके हैं। वर्ष 2009 में एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक बने। इसके बाद हुड्डा सरकार में श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रहे।
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर