– कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण द्वारा स्वरोजगार व उधमिता का प्रशिक्षण
मीरजापुर, 6 सितम्बर (Udaipur Kiran) । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के बरकछा स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में उद्यमिता विकास के लिए प्रसंस्करण के माध्यम से ग्रामीण युवाओं के लिए उधमिता विकास प्रशिक्षण शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। प्रसंस्करण को आजीविका तथा उद्यमिता विकास एवं आय संवर्धन के लिए अपनाने की दिशा में विशेषज्ञों ने युवाओं का मार्गदर्शन किया।
उदघाटन सत्र में केन्द्र अध्यक्ष प्रो. श्रीराम सिंह ने वर्तमान समय में प्रसंस्कृण की उपयोगिता के बारे में चर्चा की। प्रधान अन्वेषक डा. सुनील कुमार गोयल ने बताया कि विंध्य क्षेत्र के ग्रामीण युवाओं में उद्यमिता विकास एवं आजीविका सृजन के उद्देश्य से परियोजना चलाई जा रही है। इसके माध्यम से इस संसाधनहीन क्षेत्र के विकास में सहायता मिलेगी और ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा सकेगा।
सेवानिवृत प्रो. संत प्रसाद ने कहा कि इसे व्यवसाय के रुप में अपनाए। ग्रामीण युवाओं को क्षमता निर्माण परियोजना के तहत कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण के माध्यम से स्वरोजगार और उधमिता विषय पर प्रशिक्षित किया गया। आगामी दिनों में प्रशिक्षण के इच्छुक 35 वर्ष के ग्रामीण युवा अपना नामांकन करा सकते हैं।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा