– बुरहानपुर जिले के रविन्द्र और पूजा इंदौर में लेंगे नीट परीक्षा की निःशुल्क कोचिंग
भोपाल, 6 सितम्बर (Udaipur Kiran) । जनजातीय वर्ग के होनहार विद्यार्थियों के सपने अब मध्यप्रदेश सरकार पूरा कर रही है। राज्य सरकार की आकांक्षा योजना का लाभ लेकर उच्च अध्ययन के जनजातीय वर्ग के विद्यार्थी अपना भविष्य गढ़ रहे हैं।
जनसंपर्क अधिकारी घनश्याम सिरसाम ने शुक्रवार को बताया कि जनजातीय कार्य विभाग की आकांक्षा योजना में इसी साल नीट प्रवेश परीक्षा की निःशुल्क कोचिंग के लिए बुरहानपुर जिले से दो विद्यार्थियों का चयन हुआ है। ये दोनों विद्यार्थी अगले दो साल तक नीट की आवासीय कोचिंग विद्याश्री एज्युकेशन एकेडमी, इंदौर में निःशुल्क प्राप्त करेंगे। विभाग की योजना अनुसार प्रदेश के जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को कक्षा 11 वीं एवं 12 वीं में अध्ययरत् रहते हुए ही उनके संभागीय मुख्यालयों में प्रतिष्ठित संस्थाओं के जरिये राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा (जेईई, नीट/एम्स, क्लेट) की तैयारी के लिए कोचिंग दिलाई जाती है। संबंधित कोचिंग संस्थाओं द्वारा पाठ्यक्रमवार प्रवेश चयन परीक्षा आयोजित की जाती है। कक्षा 10वीं में 60 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी एमपीटास पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन करते हैं। प्रवेश चयन परीक्षा में प्राप्तांकों के आधार पर मेरिट सूची एवं स्वीकृत सीट के अनुसार इन कोचिंग संस्थाओं में प्रवेश दिया जाता है। इस योजना में विद्यार्थियों को कोचिंग के साथ-साथ आवास सुविधा तथा कक्षा 11 वीं एवं 12 वीं में पढ़ने की निःशुल्क सुविधा दी जाती है।
बुरहानपुर जिले के जनजातीय विकासखण्ड खकनार के उत्कृष्ट विद्यालय में बच्चों को आधुनिक तकनीक के जरिये शिक्षा दी जा रही है। यहां छात्र-छात्राओं को एलईडी टीवी पर वीडियो दिखाते हुए बड़ी आसानी से पढ़ाया जा रहा है। वहीं कम्प्यूटर कक्षा में छोटे बच्चे भी कम्प्यूटर चलाना सीख रहे हैं।
विषम परिस्थितियां भी नहीं रोक पायी रविन्द्र को
यहां के छात्र रविन्द्र मसाने का चयन आकांक्षा योजना में हुआ है। विषम परिस्थितियों से लड़कर रविन्द्र यहां तक पहुँचा है। दसघाट गांव के रविन्द्र के परिवार की माली हालत ठीक न होने से उसे कड़ा संघर्ष करना पड़ा। अपने बच्चे को पढ़ाने की चाह में पिता ने रविन्द्र का एडमिशन गुरूकुल आश्रम खड़कोद में कराया। गुरूकुल में शिक्षा लेने के साथ ही रविन्द्र ने अपनी मेहनत से योग, खेल व अन्य गतिविधियों से मानसिक एवं शारीरिक विकास अर्जित किया। कड़ी मेहनत और आगे बढ़ने की प्रबल इच्छाशक्ति से वह उत्कृष्ट विद्यालय की चयन परीक्षा में चुना गया।
कक्षा 9 वीं में प्रवेश लेने पर उसे छात्रावास सुविधा का लाभ मिला। कक्षा 10 वीं में अच्छे अंक प्राप्त किये। कक्षा 11 वीं में रविन्द्र ने विज्ञान संकाय में प्रवेश लिया। शाला की ओर से उसे आकांक्षा योजना की जानकारी दी गई। आवेदन भरने में मदद भी मिली। शिक्षकों के मार्गदर्शन में रविन्द्र ने परीक्षा की तैयारी की और सफलता हासिल कर ली।
पूजा भी पायेंगी इंदौर में निःशुल्क कोचिंग
इसी जिले के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, सातपायरी की छात्रा कुमारी पूजा पिता सुनील का चयन भी आकांक्षा योजना में ही हुआ है। पूजा भी इंदौर में नीट की निःशुल्क कोचिंग प्राप्त करेंगी।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत