पटना, 6 सितम्बर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पटना के आईजीआईएमएस में आंख अस्पताल के उद्धाटन मौके पर शुक्रवार को कहा कि 1990 से 2005 और 2005 से अब तक की यात्रा कैसी रही? आपको अमावस्या और पूर्णिमा का फर्क पता चल रहा होगा।
जेपी नड्डा ने कहा कि पीएमसीएच की कहानी आपको मालूम होगी। वर्ष 1980 और 1990 के दशक में पीएमसीएच की क्या हालत थी, यह आप जानते हैं। जब नीतीश कुमार आए तो पीएमसीएच की हालत सुधारी। आज पीएमसीएच 5462 बेड के साथ दुनिया का दूसरा बड़ा अस्पताल बन रहा है। जेपी नड्डा ने कहा कि वर्ष 2005 तक आईजीआईएमएस का क्या हाल था और 2005 के बाद अब तक इस अस्पताल ने विकास की कैसी छलांग लगाई है। आप जब इसके विकास पर ध्यान देंगे तो राजग सरकार के मील का पत्थर देंगे। पहले स्वास्थ्य का मतलब होता था कि मरीज बीमार हो तो उसका इलाज करो। अब स्वास्थ्य का मतलब है कि मरीज को बीमार ही नहीं होने देना। स्वास्थ्य विभाग जन्म से लेकर 16 साल तक आपको 26 इंजेक्शन लगाता है, ताकि आप स्वस्थ रह सकें।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा कि प्रिवेंटिव मेडिसीन से प्रोमोटिव हेल्थकेयर पर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार लगातार काम कर रही है। आईजीआईएमएस बिहार की ही नहीं, बल्कि ओडिशा, बंगाल और नेपाल की सेवा कर रहा है। इस इंस्टीट्यूट में 11 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर बना है। वर्ल्ड क्लास इलाज की सुविधा इस नेत्र अस्पताल में है। जेपी नड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने दरभंगा एम्स के लिए जमीन उपलब्ध करवाई। कल मैं उस जमीन को देखने जाऊंगा। उन्होंने कहा कि दरभंगा की जमीन थोड़ी नीची है और बिहार सरकार ने इसकी भराई की जिम्मेदारी भी उठाई है। हम इसे और ऊंचा करते हुए बनाएंगे।
जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार आने को आतुर हैं। वह दरभंगा में एम्स का जल्द से जल्द शिलान्यास करना चाहते हैं ताकि मिथिलांचल समेत पूरे बिहार के लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी