Uttrakhand

आम लोगों को सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों, बनाएं ठोस कार्ययोजना : स्वास्थ्य मंत्री

शुक्रवार को यमुना कालोनी स्थित शासकीय आवास पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक।

-विभाग में लंबे समय से रिक्त पदों को शीघ्र भरें अधिकारी

-मंत्री बोले-अस्पतालों में हो रंग-रोगन, लगायें योजनाओं के बैनर-पोस्टर

देहरादून, 06 सितंबर (Udaipur Kiran) । चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से संचालित स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ प्रदेश के आम आदमी को सुलभता से मिले, इसके लिये विभागीय अधिकारियों को ठोस कार्ययोजना बनाकर काम करने को कहा गया है। इसके अलावा विभाग में विभिन्न संवर्गों में लंबे समय से रिक्त पड़े पदों को भरने को कहा है।

शुक्रवार को यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट अधिकारियों से तलब की। इस दौरान उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ प्रदेश के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को सुलभता से मिले इसके लिये ठोस कार्ययोजना बना कर काम किया जाय।

उन्होंने कहा कि विभाग में विभिन्न संवर्गों में लम्बे समय से रिक्त पड़े पदों को यथाशीघ्र भरना अतिआवश्यक है तभी प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण व विस्तारीकरण संभव हो सकेगा। इसके लिये उन्होंने विभागीय अधिकारियों को टेक्नीकल संवर्ग एवं एएनएम के पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने नर्सिंग अधिकारियों की प्रतिक्षा सूची जारी करने और आउटसोर्स के माध्यम से वार्ड ब्वॉय की शीघ्र भर्ती करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजकीय चिकित्सा इकाईयों की स्थिति में सुधार लाया जाय। इसके लिये अस्पतालों में रंग-रोगन, मरम्मत कार्य एवं चाहरदीवारी आदि आवश्यक रूप से कराई जाए। साथ ही अस्पतालों में आम लोगों को स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के लिये बैनर व पोस्टर लगाये जाए। उन्होंने विभगाय अधिकारियों को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित करने के भी निर्देश दिये ताकि स्थानीय स्तर पर आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया की जा सके। उन्होंने अस्पतालों में वर्षां से पड़े कबाड़ पर नाराजगी जताते हुये कहा कि निष्प्रयोज्य हो चुके वाहनों एवं अन्य सामग्रियों की तत्काल नीलामी की जाय, ताकि अस्पताल परिसर साफ-सुधरे रहे और विभाग को इससे राजस्व भी अर्जित हो सके।

बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य आनंद श्रीवास्तव,अपर सचिव वित्त अमित जोशी, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तारा आर्य, निदेशक मेडिकल एजुकेशन डॉ.आशुतोष सयाना, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा, निदेशक एनएचएम डॉ. मनु जैन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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