श्रीनगर, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा कश्मीर मुद्दे के समाधान को केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराने तक सीमित करने में सफल रही है।
मुफ्ती ने श्रीनगर में पीडीपी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा कि भाजपा ने कश्मीर मुद्दा अनुच्छेद 370 को राज्य का दर्जा बहाल करने तक सीमित कर दिया है और राज्य का दर्जा चुनावों तक सीमित कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ दल चुनाव होने पर खुश हैं और राज्य का दर्जा बहाल करने की बात कर रहे हैं। यह पैर काटने के बाद जूते खोजने जैसा है। कश्मीर पीडीपी का मुख्य मुद्दा है जिसके लिए हमने पहले भी काम किया है। हम सुलह की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि मुद्दे को सिर्फ राज्य के दर्जे तक सीमित रखना लोगों के साथ अन्याय है।
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि यह सत्ता हासिल करने के लिए सीटों के बंटवारे की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि यह सिद्धांतों पर आधारित गठबंधन नहीं है। यह सत्ता के लिए सीटों का बंटवारा है। जिस सीट से जेकेपीसीसी अध्यक्ष (तारिक हामिद कर्रा) चुनाव लड़ रहे हैं, त्राल में क्या हो रहा है, उसे देखिए। जहां भी एनसी ने कांग्रेस के लिए सीट छोड़ी है, वहां एक एनसी नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहा है और उन्हें एनसी कार्यकर्ताओं का पूरा समर्थन प्राप्त है।
कांग्रेस द्वारा चौधरी लाल सिंह को चुनाव के लिए स्टार प्रचारक बनाने के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए मुफ्ती ने कहा कि यह विभिन्न दलों के लिए नीति का मामला है। उन्होंने कहा कि एनसी शासन के दौरान शोपियां (2009) में एक त्रासदी हुई थी। दोषियों को दंडित करने के बजाय, शिकायत दर्ज कराने वालों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया। अपने शासनकाल में कठुआ में हुए बलात्कार और हत्या मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आधा दर्जन लोग आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं और दो मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने बलात्कारियों के समर्थन में निकाली गई रैली में हिस्सा लिया था।
(Udaipur Kiran) / RADHA PANDITA