कटिहार, 06 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले भर में शुक्रवार को हरितालिका तीज व्रत का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए व्रत रखा और गौरी-शंकर की पूजा की। सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद महिलाएं नए कपड़े पहनकर पूजा स्थल पर पहुंचीं। उन्होंने गौरी-शंकर की पूजा की और व्रत का संकल्प लिया। जिले के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं ने अपने घरों को सजाया और विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए।
इस मौके पर समाजसेवी और व्यवहार न्यायालय के वरिष्ठ वकील रेणु तिवारी ने कहा कि हरितालिका तीज व्रत को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हस्त नक्षत्र के दिन मनाया जाता है। इस दिन कुमारी और सौभाग्यवती स्त्रियाँ गौरी-शंकर की पूजा करती हैं और भगवान शिव ने पार्वतीजी को उनके पूर्व जन्म का स्मरण कराने के उद्देश्य से इस व्रत के माहात्म्य की कथा कही थी।
इस व्रत के पीछे एक पौराणिक कथा को लेकर रेणु तिवारी ने बताया कि माता पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। यह व्रत महिलाओं को अपने पति के साथ जोड़ता है और उनके रिश्ते को मजबूत बनाता है।
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(Udaipur Kiran) / विनोद सिंह