लखनऊ, 05 सितम्बर (Udaipur Kiran) । देश की राजधानी दिल्ली में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग भारत सरकार द्वारा आयोजित उद्योग समागम में उत्तर प्रदेश को व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में टॉप अचीवर घोषित किया गया। गुरूवार को समागम में उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए सम्मिलित प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के हाथों से टॉप अचीवर राज्य का अवार्ड हासिल किया। नन्दी ने उद्योग समागम में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए असीम सम्भावनाओं के प्रदेश उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास एवं प्रगति से अवगत कराया। वहीं उत्तर प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए कुछ प्रस्ताव भी रखे।
मंत्री नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयास, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, बेहतर औद्योगिक नीति एवं विकासोन्मुखी योजनाओं की वजह से देश का ग्रोथ इंजन बनने की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश में व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। इसी बदलाव का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में टॉप अचीवर राज्य बन गया है।
नन्दी ने उत्तर प्रदेश में निवेश की विशाल सम्भावनाओं और राज्य सरकार द्वारा व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने राज्य में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने निवेशकों को राज्य में आकर्षित करने के लिए बेहतर नीतियों और बुनियादी ढांचे के विकास पर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक परिवेश में अमूल-चूल परिवर्तन हुआ है। उत्तर प्रदेश निवेश, उद्योगों की स्थापना एवं निवेश के माध्यम से रोजगार श्रृजन में अग्रणी है। अनुकूल नीतियाँ, जवाबदेह कार्यप्रणाली एवं निवेशकों के हितों के संरक्षण की प्राथमिकता ने बड़े पैमाने पर निवेशकों आकर्षित किया है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट एवं 4 ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी की सफल मेजबानी इस बात का प्रमाण है। नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की औद्योगिक विकास यात्रा में हमें भारत सरकार का हर कदम पर प्रोत्साहन एवं सहयोग प्राप्त हुआ है और यही कारण है कि आज उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम सम्भावनाओं को साकार कर पा रहा है।
मंत्री नन्दी ने बैठक में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक समृद्धि से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रस्ताव केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के समक्ष रखे। उन्हाेंने कहा कि वर्ष 2024-25 के बजट के अनुसार ‘स्कीम फॉर स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट’ के अन्तर्गत दीर्घ कालिक ब्याज मुक्त ऋण के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के अनुदान में दस हजार करोड़ रूपये की वृद्धि की जाए। नन्दी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में राज्य के समस्त चार भौगोलिक क्षेत्रों में विशेष निवेश क्षेत्र (एसआईआर) विकसित करने हेतु अनुमोदित निर्माण अधिनियम के तहत एसआईआर क्षेत्र में इंडस्ट्रियल इन्फ्रास्टेक्चर के विकास हेतु धनराशि आवंटित किए जाने की मांग की।
मंत्री नन्दी ने कहा कि राष्ट्रीय औद्योगिक विकास कारिडोर कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2024 में आगरा तथा प्रयागराज का चयन किया गया है। भारत सरकार से इस योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड एवं मध्यांचल क्षेत्र से एक-एक शहर को शामिल किये जाने का अनुरोध है। भारत सरकार ‘इण्डिया सेमी कन्डक्टर मिशन’ के अन्तर्गत भारत में सेमी कन्डक्टर एवं डिस्प्ले इको सिस्टम के विकास को विशेष प्राथमिकता दे रही है। भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सहायताओं एवं अन्य प्रोत्साहन के कारण इस सेक्टर की प्रमुख कम्पनियाँ भारत में इकाइयाँ स्थापित करने हेतु उत्सुक हैं। भारत सरकार से अनुरोध है कि उत्तर प्रदेश देश का एक प्रमुख सेमी कन्डक्टर हब है। अतः इस क्षेत्र की शीर्ष व प्रतिष्ठित कम्पनियों को उत्तर प्रदेश में निवेश हेतु प्रेरित किया जाए। नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फाईव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के संकल्प को पूरा करने की दिशा में अपने सर्वोत्तम योगदान हेतु प्रतिबद्ध है।
(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा