प्रयागराज, 05 सितम्बर (Udaipur Kiran) । फाफामऊ स्थित गुरुकुल मोंटेसरी स्कूल में शिक्षक दिवस पर महाकुम्भ ऑफ एक्सीलेंस इन्नोवेशन एंड क्रिएटिविटी फेयर का आयोजन किया गया। इस मौके पर बच्चों की ओर से एक से बढ़कर एक साइंटिफिक और क्रिएटिव मॉडल लगाए गए थे। इसमें ग्रामीण भारत से लेकर आधुनिक भारत की झलक एग्जीबिशन में देखने को मिली। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने कहा कि मॉडल प्रदर्शनी में बच्चों की मार्डन सोच दिखाई दी।
यूपी बोर्ड सचिव ने बच्चों द्वारा लगाए गए एग्जीबिशन के हर स्टॉल पर जाकर उनके तैयार किए गए मॉडल को देखा और उनसे बातचीत कर उसके बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने शिक्षक दिवस के मौके पर बच्चों द्वारा तैयार किए गए मॉडल की जमकर सराहना भी की। उन्होंने कहा है कि कुम्भ पूर्णता का प्रतीक होता है और बच्चों द्वारा लगाए गए इस क्रिएटिव और इन्नोवेटिव महाकुम्भ में एक से बढ़कर एक वैज्ञानिक मॉडल लगाए गए हैं। जो उनकी काबिलियत और मेहनत को प्रदर्शित कर रहा है। उन्होंने कहा है कि गुरुकुल में जिस तरह से बच्चे अपने गुरुओं के साथ रहकर सीखते थे उसी तरह से यह बच्चे भी अपने गुरुओं से लर्निंग बाय डूइंग यानि करके सीख रहे हैं। यह शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षकों के प्रति बच्चों का मान, सम्मान प्रदर्शित करने का भी एक तरीका है। उन्होंने कहा कि यही शिक्षा और शिक्षक की भी सार्थकता है।
इसके पूर्व प्रदर्शनी का शुभारम्भ यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह, गुरुकुल मोंटेसरी स्कूल के संस्थापक पूर्व डीआईजी कृपाशंकर सिंह, निदेशक वीरेंद्र कुमार सिंह, उप निदेशक रितेश विक्रम सिंह, प्रधानाचार्या अमिता मिश्रा और जूनियर विंग की प्रधानाचार्या अलका अग्रवाल ने किया।
इस अवसर पर उप्र प्रयागराज के अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) कामता राम पाल ने मॉडल प्रदर्शनी के विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया। इस दौरान जगत तारन गोल्डेन जुबिली की प्रधानाचार्या सुष्मिता कानूनगो सहित अन्य लोग थे। कार्यक्रम की संयोजक डॉ वंदना सिंह ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र