मेरठ, 05 सितम्बर (Udaipur Kiran) । खेती की जमीन का दाखिल खारिज नहीं होने से परेशान दरियापुर गांव के किसान ने गुरुवार को मवाना तहसील में पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। किसी तरह से पुलिसकर्मियों और लोगों ने उससे पेट्रोल की केन छीनकर उसे बचाया। पुलिस उसे अपने साथ लेकर चली गई।
दरियापुर गांव निवासी किसान इलम सिंह गुरुवार को अपने हाथ में पेट्रोल की केन लेकर मवाना तहसील पहुंचा। एसडीएम कार्यालय के सामने पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। इसी बीच वहां पर उपस्थित न्यायिक मजिस्ट्रेट जितेंद्र सिंह, लोगों और पुलिसकर्मियों ने उसे देख लिया। इन सभी ने दौड़कर किसान के हाथों से पेट्रोल की कैन छीनकर उसे बचा लिया। किसान ने रोते हुए बताया कि मेरी जमीन का बैनामा हो चुका है, लेकिन तहसील प्रशासन एक साल से मेरी जमीन के दाखिल खारिज का काम अटकाए हुआ था। जमीन के दाखिल खारिज करने के नाम पर उससे रिश्वत मांगी जा रही है। एक साल से मैं भटक रहा हूं, क्योंकि मैं भ्रष्टाचार के लिए घूस नहीं दे रहा। अब वह जिलाधिकारी के यहां शिकायत करेगा। इसी बीच थाना पुलिस किसान को मोटरसाईकिल पर बैठाकर अपने साथ ले गई। मेरठ दौरे पर आए जनपद के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि किसान इलम सिंह के मामले में जो भी दोषी होंगे उन पर एक्शन लिया जाएगा।
एसडीएम मवाना अंकित कुमार के अनुसार, जिस जमीन की बात इलम सिंह कर रहे हैं वो जमीन इलम सिंह के सगे भाई तेज सिंह की है; उसका दाखिल खारिज कराने की प्रक्रिया चल रही है। मैंने 14 अगस्त को इलम सिंह के पक्ष में आदेश कर दिया था। पोर्टल में कुछ तकनीकी के कारण कार्य में देरी हो रही थी। एसडीएम के अनुसार, इलम सिंह शराब पीकर यहां हंगामा करने आए थे। पुलिस उनको ले गई है उनका मेडिकल कराया जा रहा है। तहसील परिसर में लगे सीसीटीवी में उसकी जांच की जा रही है किसके कहने पर इलम सिंह ने ऐसा कदम उठाया। उसकी जांच करा रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / डॉ.कुलदीप त्यागी