जम्मू, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । सामुदायिक सेवा के एक उत्साहजनक प्रदर्शन में भारतीय सेना ने पुंछ जिले के दूरदराज के गांवों में गुज्जर और बक्करवाल समुदायों के वंचित बच्चों की शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में सेना ने इन बच्चों को आवश्यक स्टेशनरी और किताबें वितरित की हैं जिससे इन अलग-थलग क्षेत्रों में सामना की जाने वाली कुछ शैक्षिक चुनौतियों का समाधान हो रहा है।
पिछले कुछ दिनों में हुई इस वितरण पहल में सेना के जवानों और स्थानीय अधिकारियों ने कई गांवों में युवा छात्रों को व्यक्तिगत रूप से शैक्षिक सामग्री सौंपी। उदारता के इस कार्य का उद्देश्य संघर्ष-ग्रस्त और भौगोलिक रूप से चुनौतीपूर्ण स्थानों में बच्चों के सामने आने वाली कठिनाइयों को कम करना है। स्थानीय नेताओं और शिक्षकों ने सेना के प्रयासों की सराहना की है और इन बच्चों के भविष्य को आकार देने में शैक्षिक संसाधनों तक पहुँच की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला है। पुस्तकों और स्टेशनरी के वितरण से इन समुदायों में तत्काल राहत मिलने और निरंतर शैक्षिक जुड़ाव को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
शैक्षणिक आपूर्ति प्रदान करने के अलावा सेना ने माता-पिता के लिए शिक्षा के महत्व पर जोर देने और उन्हें अपने बच्चों के लिए उपलब्ध अवसरों के बारे में बताने के लिए जागरूकता सत्र आयोजित किए। यह बहुआयामी दृष्टिकोण न केवल तत्काल शैक्षिक आवश्यकताओं का समर्थन करता है बल्कि शिक्षा के माध्यम से दीर्घकालिक सामुदायिक विकास और सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देता है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा