धमतरी, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । उसना राईस मिल संचालन के लिए ग्राम पंचायत द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के बाद आक्रोशित ग्रामीण व किसान आज बुधवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। ज्ञापन सौंपकर तत्काल इसे निरस्त करने की मांग की है, क्योंकि यहां के गंदा पानी से गांव में प्रदूषण फैलेगा और आसपास खेती-किसानी करने वाले किसानों के फसल बर्बाद हो जाएंगे।
जिला मुख्यालय धमतरी से लगे ग्राम पंचायत देमार के ग्रामीण व किसान चार सितंबर को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। ग्राम विकास समिति सदस्य मुकेश कुमार साहू, ग्रामीण नीरज, मोनू मीनपाल, चैतराम, चंद्रहास, प्रेम यादव, बृजलाल, जसवंत आदि ग्रामीणों ने लिखित ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत ने ग्रामीणों को बिना जानकारी दिए उसना मिल संचालन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र संचालक को प्रदान कर दिया है, इसकी जानकारी ग्रामीणों को नहीं है। जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई, तो गांव में मुनादी कराकर बैठक हुई। पूरा गांव एकत्र हुए और इसका विरोध किया। उसना राईस मिल के लिए जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र को शासन से तत्काल निरस्त करने की मांग की है, क्योंकि यह उसना राईस मिल ग्रामीणों के लिए आफत है। जहां पर राईसमिल बनना है, वहां कई किसानों के खेत है, जो राईसमिल के गंदा पानी से बर्बाद हो जाएगा। ग्रामीण खेती-किसानी नहीं कर सकेंगे। क्योंकि यहां से हमेशा गंदा पानी निकलता रहता है और यहां निकासी के लिए सुविधा नहीं है। वहीं यह मिल ग्राम उसलापुर के नजदीक है, इसके प्रदूषण से गांव में प्रदूषण फैलगा। इसका ग्रामीणों की सेहत पर विपरीत असर पड़ेगा। लोग कई तरह के बीमारी से पीड़ित हो जाएंगे। ग्रामीणों ने शासन से गुहार लगाई है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए उसना मिल की अनापत्ति प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने पूरा गांव कलेक्ट्रेट पहुंचकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
—————
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा