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सोम कमला आंबा के छह गेट खोले, 47 हजार 820 क्यूसेक पानी की हो रही निकासी, सायरन बजाकर लोगों को किया अलर्ट

सोम कमला आंबा में पानी की आवक के बाद का नजारा
सोम कमला आंबा भराव क्षमता के करीब

डूंगरपुर, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के सबसे बड़े सोम कमला आंबा बांध में पिछले कुछ दिनों से लगातार पानी की आवक हो रही है। मंगलवार शाम को बांध के 2 गेट (संख्या 01 और 13) को 50-50 सेंटीमीटर तक खोला गया था। लेकिन डेम में पानी की आवक बढ़ने की वजह से देर रात 2 ओर गेट (संख्या 02 एवं 12) खोले गए थे। वहीं, बुधवार को पानी की बढ़ती आवक को देखते हुए 2 ओर गेट (संख्या 01, 02, 03, 11, 12, 13) खोल दिए गए हैं। इन सभी गेटों को आधा-आधा इंच खोला गया है। छह गेटों से 47 हजार 820 क्यूसेक पानी की निकासी हो रही है। डेम में सोम कागदर, देवसोमनाथ और गोमती नदी से पानी की आवक हो रही है। वहीं, जिले के मारगिया, अमरपुरा, वात्रक, आकरसोल का नाका, भादर सहित 10 डेम पर पानी की चादर चल रही है।

जिले में तीन दिनों से लगातार रुक-रूककर मध्यम से तेज बारिश हो रही है। पानी की बढ़ती आवक को लेकर विभाग के अधिकारियों ने नदी के मुहाने का निरीक्षण किया। गेट खोलने से पहले नदी किनारे के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान जाने के लिए सायरन बजाकर सतर्क कर दिया गया है। इस दौरान अधीक्षण अभियंता फूलसिंह मीणा, आसपुर उपखण्ड अधिकारी चिमनलाल मीणा, सहायक अभियंता सुरेश पाटीदार, ललित सिंह, विकेश डामोर, राहुल मसार आदि मौजूद रहे।

सोमकमला बांध के साथ ही बांसवाड़ा के माही डेम के भी 4 गेट खुले होने की वजह से वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम एक बार फिर टापू बन गया है। धाम को जोड़ने वाले साबला, वालाई और बांसवाड़ा के तीनों पुलिया पर 3 से 5 फीट तक पानी बह रहा है जिस वजह से धाम टापू बना हुआ है। बांध पर पुजारी सहित कुछ व्यापारी फंसे हुए हैं, हालांकि उनके खाने-पीने और ठहरने के तमाम इंतजाम धाम पर हैं। वहीं, पुलिस और प्रशासन की ओर से धाम पर आने-जाने वाले लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। —————

(Udaipur Kiran) / संतोष

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