Bihar

वाल्मीकि नगर और गोनौली वन क्षेत्र में नेपाल से आये हाथियों ने मचाया उत्पात

हाथी

पश्चिम चंपारण (बगहा), 03 सितम्बर (Udaipur Kiran) । बिहार का इकलौता वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना का जंगल इन दिनों नेपाली हाथियों को आकर्षित करने लगा है। कभी नेपाल के राष्ट्रीय निकुंज चितवन जंगल से भटककर गैंडा, तो कभी नेपाली हाथियों का झुंड वीटीआर के वाल्मीकिनगर एवं गोनौली वन क्षेत्र के जंगल तथा जंगल से सटे सरेहों मे चहलकदमी करते रहते हैं। इसी क्रम में सोमवार की देर रात वीटीआर के गोनौली वन क्षेत्र के वाल्मीकि आश्रम जंगल में स्थित वाल्मीकि आश्रम एसएसबी कैंप के समीप लगभग आधा दर्जन नेपाली हाथियों का झुंड ने तांडव मचाना शुरू कर दिया।

तांड़व मचाने के दौरान लोगों के जांच के लिए एसएसबी के द्वारा बनाए गये चेक पोस्ट (गुमटी) को तोड़-फोड किया।साथ ही देव नारायण रौनियार का चलंत ठेला को तोड़-फोड़ कर खाने पीने का जो भी सामान था। उसको भारी नुकसान पहुंचाया । उसके बाद भारतीय वन क्षेत्र से वाल्मीकि आश्रम पहुंचा, जहां आश्रम के आसपास बसे लगभग 50 घर नेपाली नागरिको के झुगी-झोपडी़ को नुकसान पहुंचाने के उदेश्य से तांड़व मचाना शुरू कर दिया। तब तक नेपाल एपीएफ,नेपाल पुलिस एंव नेपाली नागरिको ने हाथियों के आहट पाकर शोर-गूल मचाना और आग जला कर लुकार बांध कर हाथीयों को भगाना शुरू कर दिया। तब नेपाली हाथियों का झुंड नेपाल सरहद को पार कर फिर से भारतीय वन क्षेत्र में जा पहुंचा। जिसको लेकर वीटीआर प्रशासन ने वनकर्मियों को हाईअलर्ट करते हुए चौकसी बढ़ा दी है। जंगल से सटे वनवर्ती गांवों के लोगों को सरेहों और जंगलों की ओर नहीं जाने के लिए अपील कर रही है।

इस संबंध मे वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डाक्टर नेशामणी के ने मंगलवार को बताया कि नेपाल से गोनौली वनक्षेत्र मे हाथियों की चहलकदमी की सूचना मिली है।सूचना को गंभीरता से लेते हुए गोनौली वनक्षेत्र के प्रभारी वनक्षेत्र अधिकारी एंव वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र अधिकारी राजकुमार पासवान के नेतृत्व में वनकर्मियों को हाईअलर्ट कर चौकसी के लिए तैनात कर दिया गया है। लोगों को सुरक्षित रहने के लिए अपील किया जा रहा है। निदेशक ने बताया कि नेपाल के चितवन और वीटीआर का वाल्मीकिनगर का वनक्षेत्र एक दूसरे से खुला क्षेत्र है। जिससे नेपाल से जंगली जानवर में बाघ,गैंडा, हाथी जैसे अन्य जानवरों का आना जाना लगा रहता है। इन जानवरों की निगरानी के लिए वनकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।

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(Udaipur Kiran) / अरविन्द नाथ तिवारी

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