जयपुर, 3 सितंबर (Udaipur Kiran) । मुहाना थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अपने शौक पूरा करने के लिए एक व्यवसायी के नाबालिग लडके ने खुद के अपहरण की कहानी रच कर दोस्तों से फोन करवाकर चालीस लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने इस मामले में अपहरण की झूठी कहानी रचने वाले नाबालिग लडके सहित छह दोस्तों को पकड़ा है। पुलिस जानकारी के अनुसार पुलिस के पीछे पड़ने पर अपहरणकर्ता बने दोस्त व अपहरण हुआ नाबालिग अपने घर वापस लौट आए। बदमाशों से बचकर छूटकर आने की नाबालिग लडके ने व्यवसायी पिता को बोला कि वह उससे कितना प्यार करते हैं। यह चेक कर रहा था।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (दक्षिण) दिगंत आनंद ने बताया कि भरतपुर के रहने वाले व्यवसायी ने मुहाना थाने में मामला दर्ज कराया था कि वह श्याम नगर मुहाना में परिवार के साथ रहता है और मुहाना में ही कुर्ती का व्यवसाय खोल रखा है। उसका सत्रह वर्षीय नाबालिग बेटा भी पिछले दो से तीन महीने से व्यवसाय में सहयोग कर रहा था। एक सितम्बर को शाम को नाबालिग बेटा घर के पास ही पतासी खाने के लिए गया था। देर शाम फोन करने पर मोबाइल बंद मिला। घर नहीं लौटने पर काफी ढूंढने के बाद भी पता नहीं चला। देर रात अपहरणकर्ताओं ने उसे फोन कर कहा कि उसके का अपहरण कर लिया गया और उसे छोड़ने के लिए चालीस लाख रुपए की फिरौती मांगी। और चालीस लाख रुपये नहीं दी तो इसे जान से मार देंगे। व्यवसायी ने नाबालिग बेटे का अपहरण कर चालीस लाख रुपए की फिरौती मांगने की जानकारी पुलिस को दी। आरोपित अपहरणकर्ता ऐप के जरिए मोबाइल नंबर बदलकर बार-बार कॉल कर फिरौती के लिए धमकाते रहे। साथ ही दो सितम्बर को सुबह ग्यारह बजे तक चालीस लाख रुपए की व्यवस्था करने के लिए कहा। फिरौती की रकम नहीं देने पर बेटे को जान से मारने की धमकी दी।
व्यवसायी के नाबालिग बेटे का अपहरण कर चालीस लाख रुपए की फिरौती मांगने का पता चलने पर पुलिस की टीमों को रवाना किया गया। पुलिस ने अपहरण को लेकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में अपहरण हुआ नाबालिग एक कार में बैठता दिखाई दिया। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की संदिग्ध कार का पीछा करना शुरू किया। साथ ही रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर अपहरणकर्ताओं द्वारा स्विफ्ट कार किराए पर लेने का पता चला। अपहरणकर्ताओं की कार का जीपीएस के जरिए पीछा करना शुरू किया। अपहरणकर्ताओं को पकड़ने पुलिस टीम टोंक जा पहुंची। पुलिस को देखकर कार में बैठकर बदमाश जयपुर की ओर भाग निकले। पीछा करते हुए पुलिस टीम सोमवार रात वापस मुहाना आ पहुंची। इस बीच अपहरणकर्ताओं से छुट कर नाबालिग अपने घर जा पहुंचा। नाबालिग बेटे के सुरक्षित घर आने के बारे में परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के कहने पर परिजनों को अपहरण को लेकर शक हुआ। बार-बार बात बदलने पर झूठ पकड़ में आने पर नाबालिग बेटा बोला कि वह चेक कर रहा था कि पापा आप मुझसे कितना प्यार करते है। सख्ती से पूछताछ में पांच दोस्तों के साथ मिलकर अपहरण का प्लान बनाना बताया। पुलिस ने देर रात दबिश देकर अपहरण में शामिल दोस्त विकास सैनी,रिंकू मीणा,सोमरस कुशवाह और गणेश चावला को गिरफतार किया है और साथ ही नाबालिग को भी पकड़ा। इसके अलावा अपहरण हुआ नाबालिग को भी निरूद्ध किया है। जो फिरौती की रकम मिलने पर मौज-शौक पूरा करना चाहते थे। योजना के तहत उन्होंने ढाई हजार रुपए किराए पर कार ली थी। पुलिस के पीछे पड़ने का पता चलने पर वापस मुहाना आकर एक बिल्डिंग की पार्किंग में कार खड़ी कर दी। कार वाले को पेट्रोल खत्म होने की कहकर जगह बता दी। फिर सभी अपने-अपने घर चले गए थे। जिन्हे पुलिस ने चिन्हित करते हुए पकडा।
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(Udaipur Kiran)