कठुआ, 02 सितंबर (Udaipur Kiran) । कृषि उत्पादन और किसान कल्याण विभाग जिला कठुआ ने वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन के साथ-साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कर्मियों पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थायी कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना और मूल्यवान मधुमक्खी पालन कौशल के साथ सीआरपीएफ कर्मियों को सशक्त बनाना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य कृषि अधिकारी संजीव राय गुप्ता ने किया, जिन्होंने एक स्थायी कृषि पद्धति के रूप में मधुमक्खी पालन के महत्व पर जोर दिया, जो फसल की पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ-साथ किसानों के लिए पूरक आय प्रदान कर सकता है। गुप्ता ने क्षेत्र की कृषि उत्पादकता और आर्थिक विकास में योगदान देने में मधुमक्खी पालन की क्षमता पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में ग्रुप सेंटर सीआरपीएफ कूटा हीरानगर के कमांडिंग ऑफिसर हेनज़ैंग के साथ सहायक कमांडेंट रवि गिल भी उपस्थित थे, जिन्होंने कृषि उत्पादन और किसान कल्याण विभाग जिला कठुआ द्वारा आयोजित सुव्यवस्थित और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम के लिए आभार व्यक्त किया। प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व पंकज जसरोटिया मधुमक्खी पालन विकास सहायक ने किया, जिन्होंने प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। जसरोटिया ने मधुमक्खियों के जीव विज्ञान, छत्ता प्रबंधन, रोग नियंत्रण, शहद निष्कर्षण और मधुमक्खी उत्पादों के विपणन सहित कई विषयों को कवर किया। इंटरैक्टिव सत्रों में व्यावहारिक प्रदर्शन और चर्चाएं शामिल थीं, जिससे प्रशिक्षुओं को मधुमक्खी पालन के वैज्ञानिक पहलुओं की व्यापक समझ हासिल करने की अनुमति मिली। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कृषि अधिकारी मुरारी डिगरा, क्षेत्र विकास अधिकारी अशोक सरमल और विषय वस्तु विशेषज्ञ-डीएल कुलदीप बसन ने की। दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण के साथ संपन्न हुआ।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया