Punjab

डेरा मुखी के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी न देने पर विधानसभा में हंगामा

पंजाब विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेते मंत्री एवं विधायक

पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र शुरू

विपक्ष ने एनएचएआई के प्रोजेक्टों के वापस जाने पर सरकार को घेरा

नेता प्रतिपक्ष का आरोप मुख्यमंत्री व मंत्री नहीं देते किसी पत्र का जवाब

चंडीगढ़, 2 सितंबर (Udaipur Kiran) । पंजाब विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन पदमश्री कवि सुरजीत पातर समेत कई स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी नहीं दिए जाने पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और सरकार को घेरा।

पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को बाद दोपहर दो बजे शुरू हुआ। सदन में दिवंगतों को श्रद्धांजलि दिए जाने के बाद कार्यवाही को बाद दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्ष ने कृषि पॉलिसी को सार्वजनिक करने और नेशनल हाईवे अथॉरिटी की अधिग्रहीत की जा रही जमीन के मालिकों को उचित मुआवजा देने की मांग विधानसभा के सदस्याें ने उठाई। इसके अलावा लॉरेंस बिश्नोई का खरड़ जेल में अपने फोन से इंटरव्यू करवाने वाले अधिकारी पर कार्रवाई का मुद्दा कांग्रेस के नेता व प्रताप सिंह बाजवा ने उठाया।

प्रताप सिंह बाजवा ने विधानसभा स्पीकर से कहा कि मैंने एक याचिका हाई कोर्ट में दायर की थी। इसमें कहा गया था विधानसभा के कैमरों को लेकर अभी तक नियम नहीं है। 9 अगस्त को पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की तरफ से आपको एक रिक्वेस्ट भेजी गई थी। उन्होंने कहा है कि सभी को इसी सेशन में सभी को बराबर मौका दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब रूलिंग पार्टी को मौका मिलता है, तो वह कैमरे दिखते हैं।

सुखपाल सिंह खैरा ने सेशन का समय बढ़ाने का मुद्दा उठाया है। उन्हाेंने हर विधायक को 10 मिनट दिए जाए। इस हिसाब से 1170 घंटे बनते हैं। ऐसे में 8 से 9 दिन सेशन बढ़ाया जाना चाहिए, जिससे सभी सदस्य अपने हलके की बात कर पाएं।

खैहरा ने कहा कि आज पंजाब में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। किसान बॉर्डर पर बैठे। खाद डुप्लीकेट आ रही है। बरगाड़ी केस में कुछ नहीं हुआ। एक जेल सुपरिनटेंडेंट ने इस्तीफा दे दिया है। उसका कहना है कि जेल में कोई नियम नहीं है। उन्होंने कहा कि एसपी स्तर के अधिकारी ने फोन देकर लॉरेंस का सीआईए खरड़ से इंटरव्यू करवाया है। ऐसे में सिद्धू मूसेवाला के परिजनों को इंसाफ कब मिलेगा। बाजवा ने कहा उन्होंने 31 पत्र मुख्यमंत्री को, 11 मंत्रियों को, 28 पत्र स्पीकर, 14 चीफ सेक्रेटरी व सात पत्र आपके सेक्रेटरी को लिखे गए हैं। कोई जवाब नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा डेमोक्रेसी से तौहीन क्या हो सकती है।

जालंधर के कांग्रेस विधायक प्रगट सिंह ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को एक केस में नामजद किया गया है, लेकिन ढाई साल से उस पर केस चलाने की मंजूरी नहीं दी जा रही है। सदन में काफी देर तक हंगामे के बाद कार्यवाही को मंगलवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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