जम्मू, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । पुंछ जिले के बफलियाज में भारतीय सेना ने एक महत्वपूर्ण जागरूकता व्याख्यान का आयोजन करके नशीली दवाओं के दुरुपयोग और इससे जुड़ी समस्याओं की बढ़ती चिंताओं का मुकाबला करने में एक सक्रिय कदम उठाया है। स्थानीय निवासियों को मादक द्रव्यों के सेवन के गंभीर परिणामों के बारे में शिक्षित करने के उद्देश्य से यह पहल की गई है क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, प्रदर्शन का दबाव और बदलती सामाजिक-आर्थिक स्थितियाँ युवाओं को तेजी से प्रभावित कर रही हैं जिससे वे नशे की लत के प्रति अधिक संवेदनशील हो रहे हैं।
व्याख्यान में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों और व्यक्तियों और समाज दोनों पर इसके हानिकारक प्रभावों को उजागर करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। नशीली दवाओं के उपयोग के खतरों पर जोर देते हुए इस कार्यक्रम ने इस बात की जानकारी दी कि कैसे नशीली दवाओं के उपयोग का एक भी उदाहरण चाहे तनाव से निपटने के लिए हो या साथियों के साथ तालमेल बिठाने के लिए हो दीर्घकालिक नकारात्मक परिणामों को जन्म दे सकता है। चर्चा में तंबाकू सेवन के हानिकारक प्रभावों पर भी चर्चा की गई जिसमें मौखिक कैंसर से इसका संबंध भी शामिल है।
स्थानीय उपस्थित लोगों ने इस कार्यक्रम में गहरी दिलचस्पी दिखाई और सेना के प्रयासों की सराहना की। कई लोगों ने माना कि इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम बढ़ते नशीली दवाओं के खतरे और मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर इसके प्रभाव को संबोधित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। संगोष्ठी ने सामुदायिक संवाद को बढ़ावा देने और सार्वजनिक स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार की दिशा में सक्रिय कदमों को प्रोत्साहित करने के लिए एक मंच के रूप में भी काम किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा