जयपुर, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । मुहाना थाना इलाके में युवक से परेशान होकर एक 12वीं क्लास की छात्रा ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
जांच अधिकारी एसआई मुकेश कुमार ने बताया कि मृतक छात्रा के पिता ने आरोपित लड़के के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया है। मृतका के पिता रामवतार जांगीड़ का फर्नीचर का बिजनेस है। मृतका की चार बड़ी बहने और एक छोटा भाई है। इनमें से तीन बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। बाकी सभी लोग घटना के वक्त घर से बाहर थे।
एसआई मुकेश कुमार ने बताया कि अचरावाला सांगानेर निवासी 19 वर्षीय मोना 12वीं क्लास में पढ़ती थी। जिसने अपने कमरे में चुन्नी का फंदा लगाकर आत्तहत्या कर ली। घटना के दौरान घर पर कोई नहीं था। परिजनों के घर लौटने पर कमरा अंदर से लॉक मिला। काफी खटखटाने व आवाज लगाने के बाद भी मोना ने कोई जवाब नहीं दिया। पड़ोसियों की मदद से धक्का देकर गेट खोला तो मोना फंदे से लटकी मिली। मोना के पिता ने विष्णु शर्मा नाम के लड़के के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि पिछले काफी समय से घर के पास स्थित श्याम धर्मकांटा पर बैठने वाला विष्णु शर्मा नाम का लड़का उसे परेशान कर रहा था। घर से निकलने पर पीछा करने के साथ ही मोबाइल पर बात करने का दबाव बनाता था। परेशान होकर मोना ने घरवालों को विष्णु शर्मा की करतूत बताई। बेटी के आपबीती सुनाने पर पिता रामवतार जांगिड़ ने विष्णु को बैठाकर समझाया। कुछ दिन सही रहने के बाद दोबारा विष्णु ने मोना को परेशान करना शुरू कर दिया। मोना के बताने पर दोबारा विष्णु को बुलाकर समझाया था। आत्महत्या से एक दिन पहले रात को मोना ने विष्णु शर्मा के टॉर्चर करने के बारे में बताया था। मोना कह रही थी कि विष्णु शर्मा ने अभी-भी उसका पीछा नहीं छोड़ा है। उसने बात करने के लिए मोबाइल भी उसे दे रखा है। बात नहीं करने पर पापा का एक्सीडेंट करवाने और छोटे भाई का मारने की धमकी देता है। विष्णु के धमकाने के चलते पिछले काफी दिनों से मोबाइल पर उससे बात कर रही हूं। उसके टॉर्चर से परेशान हो चुकी हूं, अब मैं और नहीं सहन कर सकती। सुबह मोबाइल लौटाकर पापा से बात करने के लिए कहा था। इसके बाद मोना को समझा कर सुला दिया था। गुरुवार सुबह मोबाइल लौटाकर आने के बाद वह डरी-सहमी लग रही थी।
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(Udaipur Kiran)