औरैया, 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आठवें संस्करण का आयोजन आगामी 7-8 सितंबर को जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में होने जा रहा है।
चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल संस्थापक और चंबल संग्रहालय, पंचनद के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राना ने जानकारी देते हुए बताया कि में इस वर्ष भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, बेल्जियम, बुल्गारिया, चीन, कोलंबिया, इटली, रूसी संघ, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, ताइवान, जापान, स्पेन, पुर्तगाल, डेनमार्क, जर्मनी आदि देशों के फिल्मकारों ने विभिन्न श्रेणियों में अपनी फिल्में भेजी हैं। जिसमें से ज्यूरी सदस्यों के निर्णय के बाद चुनिंदा फिल्में चंबल फिल्म समारोह के दौरान प्रदर्शित की जाएंगी।
चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की ज्यूरी में देश-विदेश की पांच शख्सियतें शामिल हैं। जिनमें पहला नाम ताइवान की चर्चित फिल्मकार शिह्युन वांग हैं। शिह्युन वांग विश्व की ऐसी फिल्म लेखिका,निर्माता और निर्देशक हैं जिन्होंने वृत्तचित्र, कॉमेडी, विज्ञान-फाई, हॉरर, संगीत, रोमांस और सार्थक फिल्में बनाकर अपनी जादुई प्रतिभा का लोहा मनवाने के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका की भी कई फिल्मों का निर्देशन भी किया। कोविड महामारी के दौरान निर्मित उनकी 24 फिल्मों ने 14 एकोलेड ग्लोबल कॉम्पिटिशन पुरस्कार, 16 इंडीफेस्ट पुरस्कार, 9 सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट्स पुरस्कार जीते। इस साल उन्होंने 57वें वर्ल्डफेस्ट ह्यूस्टन में लगभग 17 रेमी जीते।
चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की ज्यूरी में दूसरा नाम चर्चित वैश्विक पुरस्कार विजेता लेखिका और निर्देशक अनुषा श्रीनिवासन अय्यर हैं। अनुषा ने लेखन और निर्देशन के अलावा मीडिया रणनीतिकार, चर्चित टीइडीएक्स वक्ता, लाइफ कोच, सामाजिक उद्यमी पर्यावरण कार्यकर्ता के रूप में अपनी खास पहचान बनाई है। बाल श्रम, आशा और खुशी पर आधारित उनकी फिल्म ‘सारे सपने अपने हैं’ ने 128 से अधिक पुरस्कार जीते और 150 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रदर्शित होने के साथ काफी सुर्खियों में रही है।
ज्यूरी में तीसरा नाम एंकर और टेलीविजन सेलिब्रिटी डॉ. दीप्ति शर्मा हैं। जिन्होंने एक दशक से अधिक समय तक जी नेटवर्क, सोनी चैनल, यूटीवी, दूरदर्शन आदि जैसे बड़े ब्रांडों के साथ भी काम किया है। वर्तमान में, वह राष्ट्रीय हिंदी पत्रिका ‘शख्सियत’ की मुख्य संपादिका हैं। साथ ही थर्ड आई न्यूज नेटवर्क की प्रबंध निदेशक भी हैं।
दीप्ति शर्मा का एक डेली टीवी शो भाग्यम न्यूज 18 पर प्रसारित होता है। उन्होंने भारतीय प्राचीन ज्ञान और संस्कृति पर हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अध्ययन किया है। वे प्रति वर्ष आयोजित होने वाले शख्सियत पर्सनैलिटी अवॉर्ड की आयोजक भी हैं जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है। डॉ. दीप्ति शर्मा बेहतरीन गायिका हैं, उनके 4 गाने रिलीज हो चुके हैं।
चंबल फिल्म समारोह की ज्यूरी में चौथा नाम अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी डिजाइनर मुमताज खान का है। इन्हें गैर-रासायनिक प्राकृतिक रंगों से मध्यप्रदेश के हैंड ब्लॉक बाग प्रिंट, टिकाऊ हैंडलूम खादी और जरदोजी के काम के लिए जाने जाते हैं। कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में जूरी के रूप में काम कर चुके मुमताज खान ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत मशहूर मर्चेंट आइवरी प्रोडक्शन हॉलीवुड की फिल्म ‘इन कस्टडी’ से की थी और साथ ही उन्होंने मर्चेंट ऑफ वेनिस और माया- एक नृत्य नाटक के लिए एक बड़े थिएटर प्रोडक्शन के लिए कॉस्ट्यूम भी तैयार किया था। उन्होंने फरीदा जलाल, सुषमा सेठ और रजत कपूर की फिल्म मेहरम के लिए कॉस्ट्यूम तैयार किया है। मुमताज खान को प्रसिद्ध दादा साहब फाल्के सिने और तकनीशियन पुरस्कार मिले हैं।
फिल्म फेस्टिवल के ज्यूरी चेयरमैन और निदेशक प्रोफेसर मोहन दास हैं। तीन दशक से अधिक समय से वे फिल्म निर्माण के क्षेत्र में सक्रिय हैं। पुरस्कार विजेता लेखक, निर्देशक डॉ. मोहन दास ने फिल्म निर्माण के अलावा दो दर्जन से अधिक देश-विदेश के फिल्म महोत्सवों में बतौर ज्यूरी के तौर पर जुड़े हुए हैं। वैश्विक मंच पर भारतीय सिनेमा, कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पूरी शिद्दत से लगे हुए हैं। लिहाजा सिनेमा के क्षेत्र में उनका अच्छा खासा अनुभव रहा है। वे प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं और कलाकारों के लिए सांस्कृतिक मंच और सेतु का लगातार निर्माण कर रहे हैं।
(Udaipur Kiran) कुमार