वंचित अनुसूचित जाति समाज ने एसडीएम अमित मान को ज्ञापन सौंपा
फरीदाबाद, 1 सितम्बर (Udaipur Kiran) । समस्त वंचित अनुसूचित जाति समाज की सभा एवम् संवैधानिक अधिकार न्याय यात्रा का आयोजन रविवार को दौलत राम धर्मशाला एनआईटी फरीदाबाद में किया गया, जिसमें पलवल,मेवात व फरीदाबाद के हजारो वंचित समाज के लोगों ने भाग लेकर सर्वोच्च न्यायलय के ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत किया और जल्दी से जल्दी समस्त वंचित अनुसूचित जाति आरक्षण वर्गीकरण को लागू करवाने के लिए केन्द्र सरकार से पुरजोर मांग की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत न्यायधीश पवन कुमार ने की।
पूर्व न्यायधीश पवन कुमार ने कहा कि अति वचिंत दलित जातियो की रीढ की हड्डी कहे जाने वाले आरक्षण वर्गीकरण बारे फैसला सर्वोच्च न्यायालय द्वारा लिया गया है, जिससे समस्त डीएससी समाज मे खुशी की लहर है। पूर्व तहसीलदार प्रताप सिंह,पूर्व डीसीपी पूरन चन्द पंवार,एडीए हरकेश ने कहा कि इस फैसले से सदियों से सिर पर मैला ढोने व हाथों में झाडू लेकर देश को स्वच्छ रखने वाले डीएससी समाज के घरों में भी आरक्षण की रोशनी पहुचेगी। उन्होनें कहा कि देश में दलित आरक्षण का फायदा बर्षो से मात्र एक जाति उठाती आई है क्योंकि इस जाति का देश के शासन प्रशासन व राजनीति में वर्चस्व है। पूर्व सरपंच संजीव ने कहा कि हरियाणा की तमाम 36- जातियां जैसे वाल्मीकी, धानक, बाजीगर, ओड, खटीक आदि 36 जातियां जो समाज की मुख्याधारा से बहुत ज्यादा पिछड़ चुकी हैं।
इस फैसले से उनको फायदा होगा और उनकी दशा सुधरेगी। उन्होनें भीम आर्मी की गुडाई से निपटने के लिए मार्शल भीम आर्मी बनाने का प्रस्ताव सभी के समक्ष रखा जिसको सभी ने एक मत से माना। कार्यक्रम के पश्चात समाज के सभी लोग शांतिपूर्व न्याय मार्च निकालते हुए एसडीएम अमित मान के कार्यालय पहुंचे और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
कार्यक्रम में सेवानिवृत तहसीलदार प्रताप सिंह,पूर्व डीसीपी पूरन चन्द पंवार,एडीए हरकेश,रमेश लुहेरा,रमेश शारिया ,जय सिंह राणा,पूर्व सरपंच संजीव,शान बाबूजी,राजेन्द्र प्रधान वाल्मीकि मंदिर कमेटी,जसविन्द्र पहलवान बली सेना,विनय प्रकाश, जितेन्द्र आर्य,संजय मेहरोलिया, किरणपाल हरियाणा वाल्मीकि महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष, सचिन सरपंच भनकपुर,कर्मवीर,प्रवीन मोरिया व सुभाष गहलोत ने एक सुर में कहा कि हम संविधान के दायरे में रहकर अपना हक लेगें।
ज्ञापन सौंपते वंचित अनुसूचित जाति समाज के लोग एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए
(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर