Madhya Pradesh

इंदौरः जिले के सभी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को बनाया जाएगा चाक-चौबंद

इंदौरः जिले के सभी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को बनाया जाएगा चाक-चौबंद

– सभी अस्पतालों में सुरक्षा एवं निगरानी व्यवस्था होगी मजबूत, सुरक्षा आडिट कर सुरक्षा प्लान होगा तैयार

इंदौर, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । कोलकाता की घटना के मद्देनजर अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य शासन सजग एवं गंभीर है। अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए राज्य शासन ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देशों का इंदौर जिले के अस्पतालों में पूरा पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था संबंधी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के संबंध में सुझाव लेने एवं व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए शनिवार को यहां शासकीय तथा अशासकीय अस्पतालों के संचालकों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता एवं कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में राज्य शासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई। अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण निर्णय भी बैठक में लिए गये।

बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने राज्य शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की जानकारी देते हुए कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा इनका पूरा पालन किया जाएगा। साथ ही उन्होंने अस्पताल संचालकों से भी आग्रह किया कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें। बैठक में निर्णय लिया गया कि इंदौर जिले के सभी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्थाओं का आडिट किया जाएगा। साथ ही हर अस्पतालों का सुरक्षा प्लान भी तैयार होगा। सभी अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने होंगे। प्रवेश नियंत्रण प्रणालियों और सुरक्षा कर्मियों की व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। सुरक्षा उपायों की निगरानी व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा। सभी अस्पतालों में इसके लिये कंट्रोल रूम भी स्थापित किये जाएंगे। सुरक्षा उपकरणों की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जायेगी।

बैठक में बताया गया कि प्रशिक्षित एवं अनुभवी सुरक्षा कर्मी तैनात किये जायेंगे। जिले के शासकीय अस्पतालों में यथासंभव सेवानिवृत्त सैनिक अथवा पुलिस कर्मियों की सुरक्षा कर्मी के रूप में सेवाएं ली जायेंगी। सभी बड़े शासकीय-अशासकीय अस्पतालों में सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति भी होगी। यथासंभव सुरक्षा कर्मियों को कैमरे भी अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराये जाएंगे। अस्पतालों में बाहरी एवं अनपेक्षित व्यक्तियों के प्रवेश को नियंत्रित किया जायेगा। यह व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी कि मरीज के साथ निर्धारित और सीमित संख्या में ही अटेंडर मौजूद रहे। सभी अस्पतालों में कानून, नियम और निर्देशों संबंधी सूचना पटल अनिवार्य रूप से लगाये जायेंगे। अस्पतालों में प्रकाश एवं बॉउंण्ड्रीवाल की भी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।

बैठक में पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता ने अस्पताल संचालकों को आश्वस्त किया कि आकास्मिक स्थिति में पुलिस द्वारा तुरंत रिस्‍पांस किया जायेगा। घटना होने पर तुरंत ही प्रभावी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि सभी बड़े अस्पतालों में पुलिस थानों की जानकारी सूचना पटल पर अंकित रहेगी। इस पर तुरंत सूचना दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय कर सुरक्षा संबंधी गतिविधियों का कुशलता के साथ संचालन किया जायेगा। पुलिस और अन्य संबंधित अधिकारियों और अस्पताल संचालकों के मध्य संपर्क, संवाद और समन्वय के लिये रोस्टर बनाकर नियमित रूप से बैठकें आयोजित की जायेगी। उन्होंने कहा कि आशंकित घटनाओं और संदेहास्पद व्यक्तियों पर अस्पताल संचालक सजग निगरानी रखें। इस संबंध में भी पुलिस को भी सूचना दी जाये जिससे एतिहात के रूप में कार्रवाई की जा सकें।

(Udaipur Kiran) तोमर

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