धौलपुर, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज उपेन्द्र चंद्र जोशी शनिवार को धौलपुर पंहुचे। इस दौरान उन्होंने अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित हो रहे धौलपुर स्टेशन का गहन निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही महाप्रबंधक जोशी द्वारा अपर मंडल रेल प्रबंधक प्रणव कुमार के साथ आगरा कैंट से धौलपुर स्टेशन तक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण भी किया गया।
शनिवार को आगरा मंडल की विजिट पर धौलपुर पहुंचे महाप्रबंधक उपेन्द्र चंद्र जोशी द्वारा रेलवे स्टेशन का सघन निरीक्षण किया गया। धौलपुर स्टेशन के निरीक्षण के क्रम में महाप्रबंधक द्वारा स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया, स्टेशन बिल्डिंग एवं यात्री सुविधाओं का आदि का अवलोकन किया गया। इस दौरान महाप्रबंधक द्वारा स्टेशन के ले-आउट प्लान एवं धौलपुर- सरमथुरा नैरो गेज से ब्रांड गेज ले -आउट प्लान को देखा। इसके साथ ही महाप्रबंधक द्वारा ट्रेन संचालन आदि के बारे में उपस्थित अधिकारियों से चर्चा की गयी। इस दौरान जानकारी दी गई कि पलवल-मथुरा जंक्शन खंड में लगभग 84 किलाेमीटर में कवच सिस्टम लगाया जा रहा है। जिसकी लागत लगभग 19.74 करोड़ रुपये आएगी। जिसमें वृन्दावन से पलवल खंड में लगभग 74 किलाेमीटर में कवच सिस्टम लगाया जा चुका है। वृन्दावन रोड से पलवल खंड में स्टेशन एवं समपार फाटकों पर TCAS सिस्टम लगाया जा चुका है। निजामुद्दीन ,आगरा कैंट,मथुरा जंक्शन और वीरांगना लक्ष्मी बाई झाँसी के लोको पायलेट एवं सहायक लोको पायलेट को प्रशिक्षण कराया जा रहा है। जिससे ट्रेनों की सुरक्षा को और पुख्ता किया जा सके। यह भी बताया गया कि कवच अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा एक स्वदेशी रूप से विकसित एटीपी प्रणाली है और भारतीय रेलवे में ट्रेन संचालन में सुरक्षा के सम्मिलित उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने इसका परीक्षण किया है। यह सम्पूर्ण सुरक्षा स्तर-4 मानकों की एक आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली है। कवच ट्रेनों को खतरे (लाल) पर सिग्नल पार करने और टक्कर रोकने के लिए सुरक्षा प्रदान करने के लिए है। यदि चालक गति सीमा के अनुसार ट्रेन को नियंत्रित करने में विफल रहता है तो यह ट्रेन ब्रेकिंग सिस्टम को स्वचालित रूप से सक्रिय करता है। इसके अलावा, यह ऐसे दो इंजनों के बीच टक्कर को रोकता है जिनमें कवच प्रणाली काम कर रही है।
—————
(Udaipur Kiran) / प्रदीप