हरिद्वार, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय धर्मशाला सुरक्षा समिति के अध्यक्ष महेश गौड़ ने सिटी मजिस्ट्रेट के सहायक प्रमोद पंत के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन साैंपा, जिसमें हाल ही में श्रवण नाथ नगर में विक्रय की गई मेरठ वाली धर्मशाला की रजिस्ट्री निरस्त करने और इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई है।
महेश गौड़ ने कहा कि हरिद्वार एक धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी, अपने आश्रमों, धर्मशालाओं और अखाड़ों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन भूमाफियाओं की नजरें इन प्राचीन धर्मशालाओं पर हैं, जिन्हें वे सस्ते दामों पर खरीदकर होटलाें में परिवर्तित कर रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि किसी भी चैरिटेबल ट्रस्ट और धार्मिक संपत्ति के क्रय-विक्रय के लिए जिला जज से अनुमति लेना अनिवार्य है, लेकिन भूमाफिया अधिकारियों और रजिस्ट्रार से मिलकर इस नियम का उल्लंघन कर रहे हैं।
धर्मशाला सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय महामंत्री विकास तिवारी ने बताया कि मेरठ वाली धर्मशाला के मामले में लगभग ढाई दशक पहले तत्कालीन प्रबंधक राम प्रकाश शर्मा की भी नृशंस हत्या कर दी गई थी, लेकिन भूमाफियाओं के हौसले अब भी बुलंद हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर इस मामले की जांच नहीं की गई और रजिस्ट्री निरस्त नहीं हुई, तो समिति के पदाधिकारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे और रजिस्ट्रार कार्यालय का घेराव करेंगे।
ज्ञापन प्रेषित करने वालों में कोषाध्यक्ष शिवकुमार शर्मा, रमेश मिड्ढा, हीरालाल शर्मा, क्षेत्रीय धर्मशाला प्रबंधक समिति के अध्यक्ष भीमसेन, महामंत्री डॉ हर्षवर्धन जैन, अमित शर्मा, सोनू शर्मा, सुनील तिवारी, गुरुबचन सहित अन्य लाेग उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला