HimachalPradesh

धर्मशाला क्षेत्र के 22 गांव को टीसीपी के दायरे में लाने के खिलाफ लामबंद हुए ग्रामीण

धर्मशाला, 30 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश सरकार के नगर नियोजन विभाग द्वारा धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के 22 गांवों को टीसीपी के दायरे में लाये जाने के विरोध में भाजपा लामबंद हो गई है। शुक्रवार को भाजपा पदाधिकारियों सहित जिन गांवों में टीसीपी लागू किया जा रहा है, उन गांवों के ग्रामीणों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। वहीं बाद में एडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भी भेजा।

भाजपा कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों का कहना है कि सरकार का यह फैसला ग्रामीणों के हित में नहीं है, इस निर्णय को वापिस नहीं लिया गया तो आगामी दिनों में उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।

प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना था कि यह निर्णय यह प्रदर्शित करता है कि वर्तमान प्रदेश सरकार क्षेत्र की भौगोलिक, सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति से अनभिज्ञ है। सरकार का यह निर्णय ग्राम स्वराज के मूल सिद्धांतों के विपरीत है। यह निर्णय लेने से पहले ग्रामीणों की न तो सहमति ली गई और न ही उनके साथ कोई विचार विमर्श किया गया। यह निर्णय जन भावना के विपरीत तो है ही, अपितु जमीनी हालात के विरुद्ध भी है, वास्तव में इन गांवो में रहने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। यह स्थान अभी ग्राम के रूप में विकसित होने की राह में हैं, ऐसें में इन सभी गांवों को टीसीपी के अंतर्गत लिए जाने से यहां की जनता पर न केवल अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा वरना इन लोगों की समस्याओं में भी वृद्धि होगी।

ज्ञापन के माध्यम से सरकार के इस जनविरोधी निर्णय को तुरंत वापिस लिया जाए, वरना भारतीय जनता पार्टी एवं क्षेत्र की जनता सरकार के विरुद्ध आन्दोलन करने को बाध्य होगी।

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया

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