प्रयागराज, 30 अगस्त (Udaipur Kiran) । ईश्वर शरण डिग्री काॅलेज के निर्मला देशपाण्डे सभागार में बाबा साहब आप्टे के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में बाबा साहब आप्टे स्मृति दिवस पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता प्रो0 आनन्द शंकर सिंह, अध्यक्ष, भारतीय इतिहास संकलन समिति, काशी प्रांत ने बताया कि बाबासाहब आप्टे का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र के प्रति समर्पित था। शुक्रवार को यह आयोजन भारतीय इतिहास संकलन समिति, काशी प्रांत के तत्वावधान में किया गया। जिसका शुभारम्भ बाबासाहब आप्टे के चित्र पर पुष्पांजलि कर किया। बाबासाहब आपटे के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला गया।
प्रो आनंद शंकर सिंह ने बाबाआप्टे के इतिहास दृष्टि एवं उनके मौलिक चिंतन की विधा से परिचित कराया। उन्होंने बताया कि बाबा आप्टे ने छात्र जीवन से ही स्वतंत्रता संघर्ष में प्रतिभाग करते हुए भारतीय छात्र मण्डल की स्थापना की। उन्होंने कहा कि हमें हमारे इतिहास में ‘स्वत्व बोध’ की आवश्यकता है। इतिहास बोध से ही राष्ट्र बोध होता है। पश्चिमी जगत का इतिहास दर्शन भारतीय इतिहास दर्शन की परम्परा से हजारों मील पीछे है। भारतीय प्राचीन धर्मग्रन्थों में इतिहास का व्यापक अर्थ प्राप्त होता है। जबकि पश्चिमी जगत में इतिहास की परिभाषा संकुचित स्वरूप में है। भारतीय इतिहास में और अधिक चिंतन तथा विमर्श की आवश्यकता है। भारत के इतिहास को भारतीय दृष्टि से सोचने समझने तथा पुनर्लेखन की आवश्यकता है।
काॅलेज के प्राॅक्टर प्रो0 मान सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त विद्वत परिषद का स्वागत किया। संचालन डाॅ0 अखिलेश त्रिपाठी एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 दीपशिखा पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम में प्रो0 धीरेन्द्र द्विवेदी, प्रो0 आनन्द सिंह, प्रो0 धीरज चैधरी, प्रो0 शिवहर्ष सिंह, प्रो0 अनूजा सलूजा, प्रो0 रचना सिंह, डाॅ0 मनोज कुमार दुबे, डाॅ0 नरेन्द्र कुमार सिंह एवं संस्थान के अन्य प्राध्यापक, संकलन समिति के सदस्य तथा शोध छात्र उपस्थित रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र