पंच परिवर्तन के आयाम– सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्व पर जोर एवं नागरिक दायित्व
भाजपा, विहिप, विद्यार्थी परिषद्, सेविका समिति आदि सहित 32 संगठनों के 230 से अधिक पदाधिकारी होंगे शामिल
नई दिल्ली, 30 अगस्त (Udaipur Kiran) ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे प्रेरित समविचार संगठनों की तीन दिवसीय बैठक शनिवार से केरल के पालक्काड में आयोजित की जा रही है। बैठक से पूर्व शुक्रवार को रा.स्व. संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने एक पत्रकार वार्ता में बैठक में सम्मिलित होने वाले संगठनों और बैठक में विचार किए जाने वाले विषयों के बारे में जानकारी दी। इस बैठक में संघ प्रेरित 32 संगठनों के 230 राष्ट्रीय पदाधिकारी सम्मिलित होंगे जबकि रा.स्व.संघ की ओर से 90 केन्द्रीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता सम्मिलित होंगे।
सुनील आंबेकर ने बताया कि सन् 1925 में गठित रा.स्व. संघ इस विजयादशमी से अपने शताब्दी वर्ष (100वें) में प्रवेश करने जा रहा है। संघ वैसे तो समय समय पर अपने कार्य की समीक्षा व कार्य विस्तार की योजनाओं पर कार्य करता ही रहता है। इस शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखते हुए अपने सामाजिक कार्यों को और भी तेज गति से चलाने के लिए इस बैठक में विस्तार से चर्चा होगी। इन सामाजिक कार्यों के लिए संघ में पंच परिवर्तन पर जोर दिया जा रहा है। संघ के पंच परिवर्तन में सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्व पर जोर एवं नागरिक दायित्व शामिल है। इसमें समविचारी संगठन क्या सहयोग कर सकते हैं, इस पर समन्वय बैठक में मुख्य रूप से चर्चा होगी।
संघ की वार्षिक स्तर पर होने वाली इस महत्वपूर्ण बैठक में संघ के संगठनों के बीच बेहतर समन्वय और राष्ट्रीय व सामाजिक महत्व के विषयों पर भी चर्चा होगी। बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य प्रमुख पदाधिकारी भाग लेंगे। इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, भारतीय मजदूर संघ सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी निमंत्रित किए जाते हैं।
बैठक शनिवार सुबह शुरू होगी और अगले तीन दिन तक चलेगी। 2 सितंबर को बैठक में हुई चर्चा पर संघ की ओर से फिर से पत्रकार वार्ता आयोजित की जाएगी। आंबेकर ने बताया कि यह पहली बार है कि संघ की समन्वय बैठक केरल में आयोजित की जा रही है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक सामान्तया वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है। पिछले वर्ष यह बैठक सितंबर 2023 में पुणे में संपन्न हुई थी। इस अखिल भारतीय समन्वय बैठक में संघ प्रेरित विविध संगठनों में कार्यरत संगठन के प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होते हैं।
संघ के प्रचार विभाग के अनुसार बैठक में विविध संगठनों के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी तथा अनुभवों का निवेदन तथा आदान-प्रदान करेंगे। राष्ट्रीय हित के विभिन्न विषयों के संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य, हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के अन्यान्य आयामों पर योजनाओं के संदर्भ में बैठक में चर्चा होगी। सभी संगठन विविध विषयों पर परस्पर सहयोग तथा समन्वय को और अधिक बढ़ाने हेतु आवश्यक उपायों पर भी चर्चा करेंगे।
(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा