जयपुर, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । सांगानेर सदर थाना पुलिस ने चौदह माह पहले अपहृत हुए ग्यारह माह के बच्चे कुक्मु उर्फ कान्हा को अपहरणकर्ता से चंगुल मुक्त करवा कर परिजनों को सौंप दिया, लेकिन कान्हा को मां की गोद नहीं भा रही है। कान्हा बार-बार अपहरणकर्ता को याद कर रो रहा है। बच्चे को अपहरणकर्ता ने बड़े लाड़ प्यार से रखा। इससे बच्चे को अपहरणकर्ता से लगाव होना लाजिमी है। हालांकि अपहरणकर्ता को भी बच्चे की याद सता रही है। लम्बे समय से माता-पिता से दूर रहे कान्हा वर्तमान माहौल में नहीं ढल पा रहा है। माता-पिता ने कान्हा के मिलने के बाद खुशियां मनाई और अब उसको प्यार लुटाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे है। पुलिस ने गुरुवार को आरोपित तनुज चाहर को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे एक दिन रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया गया।
गौरतलब है कि वाटिका सांगानेर निवासी पूनम चौधरी पत्नी रितुराज के 11 माह के कुक्मु उर्फ कान्हा को 14 जून 2023 को तनुज चाहर और उसके साथी घर से अगवा कर ले गए थे। आरोपित तनुज चाहर उसके मामा का लड़का है एवं यूपी में हैडकांस्टेबल के पद पर तैनात था। पुलिस ने 14 माह बाद बुधवार को आरोपित को पकड़कर बच्चे को सकुशल मुक्त करवाया। लगातार अनुपस्थित रहने से आरोपित को नौकरी से निलबिंत कर दिया गया और पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। आरोपित अपहरण के बाद से लगातार वेश और जगह बदल कर रह रहा था। आरोपित तनुज चाहर उत्तरप्रदेश पुलिस की विशेष तथा सर्विलांस टीम में तैनात रह चुका था जो कि पुलिस की बारीकी व पकड़ने के तरीकों को अच्छे से समझता था। इसलिए पुलिस टीम से बचने के लिए उसने अपनी पहचान छिपाकर दाढी व सिर के बाल बढा लिए एवं साधु का चोला पहनकर भेष बदल लिया था। 27 अगस्त को पुलिस को तनुज चाहर को अलीगढ़ में होने की सूचना मिली। पुलिस की भनक लगने पर आरोपित बच्चे को गोद में लेकर खेतों में भाग निकला। पुलिस ने करीब 8-10 किलोमीटर खेतों में पीछा कर आरोपित को सुरीर थाना क्षेत्र से दबोच लिया।
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(Udaipur Kiran)