बाप-बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज
कैथल, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । पुलिस विभाग से हटाए गए कर्मचारियों को नौकरी पर दोबारा बहाल करवाने के नाम पर बाप बेटे ने मिलकर 15 लाख रुपए ठग लिए। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। गांव राजौन्द निवासी शीशपाल ने एसपी को दी शिकायत में बताया कि उसे आरोप लगाकर पुलिस विभाग की नौकरी से हटा दिया गया था। इस मामले में उसकी बात राजौंद निवासी जयबीर सिंह से हुई। जिसने मोबाइल पर उसकी बात पिंजौर निवासी चैन सिंह से करवाई और कहा कि चैन सिंह गृह विभाग में लगा हुआ है और कई काम करवा देता है।
वह अपने काम के लिए चैन सिंह की बातों में आ गया। उसने कहा कि वह होम सेक्रेटरी से उसकी नौकरी बहाल करवा देगा। या तो जितने पैसे मिलेंगे उसके आधे दे देना या 15 लाख रुपए दे देना। उसने अपना मकान बेचकर चैन सिंह के खाते में 2 लाख रुपए डलवा दिए। उसके बाद 10 अप्रैल 2022 को उसने व जयवीर सिंह ने पिंजर चैन सिंह के घर जाकर 10 लाख रुपए दे दिए। चैन सिंह से फोन पर नौकरी बहाली की बात करते तो वह कहता की तारीख मिल गई है। 30 जून 2006 को वह अपनी लड़की के साथ किसी काम से चंडीगढ़ गया था। जहां चैन सिंह ने उसकी लड़की के फोन पर बात कर उससे रुपए मांगे।
इसके बाद 2 जुलाई को उसके लड़के ने एक लाख 40 हजार रुपए में 5 जुलाई को एसिड कार्यालय पंचकूला में जाकर एक लाख 60 हजार रुपए उसे दे दिए, लेकिन काम कुछ नही हुआ। जब उसने अपने पैसे मांगे तो चैन सिंह ने कहा तेरे जैसे मैं 300 आदमी हर रोज देखता हूं मैनें 5 करोड़ की कोठी व तीन लगजरी गाड़ियां वैसे ही नहीं बनाई हैं। फिर फोन पर मुझे व मेरे परिवार को खत्म करने की धमकी देने लगा कि दोबारा पैसे मत मांग लेना। चैन सिंह व उसके बड़े लड़के ने 15 लाख रुपये लेकर उसे मानसिक रुप से परेशान किया है व आर्थिक रुप से कमजोर किया है । राजौंद पुलिस के सब इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि पुलिस ने चैन सिंह व उसके बड़े लड़के के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
(Udaipur Kiran) / नरेश कुमार भारद्वाज