नई दिल्ली, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । दिल्ली भाजपा के चार सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात कर दिल्ली देहात से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है। प्रतिनिधिमंडल में उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी, दक्षिणी दिल्ली से सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, पश्चिमी दिल्ली से सांसद कमलजीत सहरावत एवं उत्तर पश्चिमी दिल्ली से सांसद योगेन्द्र चांदोलिया शामिल थे। उपराज्यपाल ने भाजपा सांसदों द्वारा सौंपे गये ज्ञापन का संज्ञान लेते हुये उस पर उचित कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने अपने ज्ञापन में दिल्ली देहात के प्रमुख मुद्दे उठाए जिसमें म्यूटेशन की समस्या, बिजली के मीटर हेतु डीडीए एनओसी, वैकल्पिक प्लॉट का आवंटन शामिल है। दिल्ली के 89 गांवों को छह साल पहले शहरीकृत घोषित कर दिया गया था जिससे दिल्ली देहात में जितनी भी कृषि भूमि है उसमें दिल्ली भूमि सुधार बंद कर दिया गया था तथा यह गांव दिल्ली विकास प्राधिकरण को विकास हेतु सौंप दिये गये थे। इसके बाद म्यूटेशन को बंद कर दिया गया था। इस वजह से न तो कोई किसान जमीन को बेच सकता है और न ही कृषि जमीन उनके लीगल हायर्स को ट्रांसफर हो पाती है। इस कारण किसान परिवारों को बहुत दिक्कत हो रही है।
सांसदों ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा गांवों की खेती की जमीन का अधिग्रहण वर्ष 2002-03 में किया गया था। सरकार की खेती की जमीन अधिग्रहण करने के अनुसार किसानों को मुआवजे के साथ-साथ एक रिहायशी वैकल्पिक प्लाट देने एवं रोजगार के लिये एक दुकान देने का प्रावधान था, परन्तु 20 वर्षों के पश्चात भी यह अभी तक नहीं दिये गये। इस समस्या से दिल्ली के ज्यादातर गांव प्रभावित हैं। इसके साथ दिल्ली में मास्टर प्लॉन 2041 के तहत एवं नई कालोनियों को बनाने से रोकने के लिये डीडीए ने 26 जून, 2023 को बिजली कंपनियों के साथ हुई एक बैठक में बिजली कंपिनयों को निर्देश दिया था, जिसमें उन्हें नये बिजली के मीटर के आवेदन पर डीडीए से एनओसी की मांग करने की बात कही थी। इसके पश्चात 1671 अनधिकृत कालोनियों के अंदर जो भी नये मकान बनाये जा रहे हैं उन्हें बीएसईएस बिजली के नये मीटर नहीं दे रही है, जिसमें डीडीए से एनओसी की समस्या आ रही है। जिन घरों में पहले से मीटर लगे हैं और वे भी नये मीटर कनेक्शन अप्लाई कर रहे हैं उनके साथ भी समस्या है। इसके साथ लालडोरा गांवों एवं 20 सूत्रीय प्लॉटों में भी डीडीए की एन.ओ.सी. न मिलने की वजह से बिजली के कनेक्शन नहीं हो पा रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी