गुवाहाटी, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) अपने जोन के अधीन माल परिवहन प्रणाली में सुधार और बेहतर ग्राहक इंटरफेस प्रदान करने के लिए कई पहल कर रहा है। इस तरह की पहलों के बीच चालू वित्त वर्ष के जुलाई माह के दौरान आवक और जावक दोनों माल परिवहन का संचालन कुछ और स्टेशनों में शुरू किया गया है ताकि ग्राहकों को विभिन्न सामानों के लिए सुचारू एवं व्यवहार्य परिवहन की सुविधा मिल सके।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि ग्राहक इंटरफेस में सुधार और माल ढुलाई राजस्व बढ़ाने के लिए असम के कछार जिलान्तर्गत बराक घाटी का पांचग्राम स्टेशन में 2 जुलाई से पूर्ण रेक परिवहन सुविधा द्वारा चूना पत्थर के जावक परिवहन का संचालन शुरू किया गया। इसके साथ ही, इस जोन ने बांस परिवहन की दिशा में विशेष प्रावधान पर भी जोर दिया। तिनसुकिया मंडल के अंतर्गत धेमाजी स्टेशन से बैम्बू चिप्स के 20 माल वैगन और रंगिया मंडल के अंतर्गत बिश्वनाथ चारआली स्टेशन से बैम्बू कट्स के 40 मिनी वैगन लोड किए गए थे।
इसी तरह, पूसीरे ने अपने मंडलों के अन्य क्षेत्रों में बीडीयू पहलों को बेहतर करने के लिए निरंतर समर्पित प्रयास किए हैं। मक्का, चावल, बैम्ब कट्स, बैम्बू चिप्स, स्टोन चिप्स, आलू आदि जैसे उत्पाद खेपों के परिवहन की सुविधा के लिए पूर्ण और मिनी दोनों रेक बुक किए गए हैं। इस पहल से धेमाजी, बिश्वनाथ चाराली, फालाकाटा, न्यू कोचबिहार, बिन्नागुड़ी और अलीपुरद्वार जंक्शन जैसे स्टेशनों में सामग्रियों की लोडिंग से उक्त महीने के दौरान 2.31 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ है। उसी महीने के दौरान इन स्टेशनों से कुल 175 माल वैगन और 03 पार्सल वैन लोड किए गए। वास्तव में, स्टोन चिप और आलू की खेप को इस जोन के अधीन बिन्नागुड़ी से भैरबी के साथ-साथ अलीपुरद्वार से क्रमशः सिलघाट टाउन एवं अगरतला ले जाया गया।
माल परिवहन के लिए ग्राहक इंटरफेस में सुधार से व्यावसायिक यूनिटों और रेलवे के बीच परस्पर समन्वय के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव आएगा और इस प्रकार अद्वितीय सुविधा, दक्षता और पारदर्शिता प्रदान की जाएगी। डिजिटलीकरण, संचार और ग्राहक-केंद्रित नीतियों को अपनाने की प्राथमिकता दी जा रही है, इस प्रकार रेलवे को राष्ट्र की लॉजिस्टिक सेवाओं के लिए पसंदीदा विकल्प बनने की ओर अग्रसर किया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय / दधिबल यादव