टोक्यो, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । जापान ने अपने हवाई क्षेत्र में चीन के एक जासूसी विमान के लगभग दो मिनट तक मंडराने की घटना को गंभीरता से लिया है। जापान ने कहा है कि यह अस्वीकार्य है। जापान ने चीन के कार्यवाहक राजदूत को तलब कर हवाई क्षेत्र के उल्लंघन पर कड़ी आपत्ति जताई है।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि सोमवार को चीन का वाई-9 टोही विमान कुछ समय के लिए हमारे देश के दक्षिण-पश्चिमी हवाई क्षेत्र में घुस आया था। हवाई क्षेत्र में विमान के घुसते ही सेना को अपने लड़ाकू विमानों को वापस बुलाना पड़ा। उन्होंने कहा कि पहली बार जापानी सेल्फ डिफेंस फोर्स ने अपने हवाई क्षेत्र में एक चीनी सैन्य विमान का पता लगाया।
हयाशी ने राजधानी टोक्यो में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”जापान के हवाई क्षेत्र में चीनी सैन्य विमानों का प्रवेश न केवल हमारे क्षेत्रीय अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है, बल्कि सुरक्षा के लिए भी खतरा है। हमें यह बिल्कुल अस्वीकार्य है।”
जापान टुडे अखबार के अनुसार जापानी आत्मरक्षा बल के संयुक्त स्टाफ ने सोमवार देररात कहा कि चीनी वाई-9 टोही विमान ने जापान के मुख्य दक्षिणी द्वीप क्यूशू के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित दांजो द्वीप के ऊपर दो मिनट तक चक्कर लगाया। जापान के अधिकारी चीन की सैन्य गतिविधि का विश्लेषण कर रहे हैं। जापान ने लड़ाकू विमानों ने वहां पहुंचकर चीन के विमान को वहां से चले जाने की चेतावनी दी।
हयाशी ने कहा कि हाल के वर्षों में जापान के आसपास चीन की सैन्य गतिविधि तेजी से बढ़ी हैं। इस घटना पर जापानी उप विदेश मंत्री मासाताका ओकानो ने चीन के कार्यवाहक राजदूत शि योंग को तलब कर हवाई क्षेत्र के उल्लंघन पर कड़ी आपत्ति जताई।
(Udaipur Kiran) / मुकुंद / पवन कुमार