भोपाल, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार की रात 9:30 बजे पन्ना पहुंचे। उन्होंने यहां श्री बलदेव जी मंदिर में श्री कृष्ण के बड़े भाई बलदाऊ जी के दर्शन किए। इसके बाद वे श्री जुगल किशोर मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर प्रांगण में सजी श्री कृष्ण लीलाओं की झांकियां का अवलोकन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने भगवान श्री जुगल किशोर के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। फिर वह भक्ति संध्या कार्यक्रम में शामिल हुए।
दरअसल, पन्ना के श्री जुगलकिशोर जी मंदिर का निर्माण पन्ना के चौथे बुंदेला राजा राजा हिंदूपत सिंह ने अपने शासनकाल के दौरान 1756 से 1778 तक किया था। किंवदंतियों के अनुसार, इस मंदिर के गर्भगृह में रखी गई मूर्ति को वृंदावन से ओरछा और पन्ना लाया गया था। यहां विराजित भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी जुगलकिशोर के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। इनके आभूषण और पोशाक बुंदेलखंडी शैली को दर्शाते हैं। मंदिर में बुंदेला मंदिरों की सभी स्थापत्य विशेषताएं हैं। जिसमें एक नट मंडप, भोग मंडप और प्रदक्षिणा मार्ग शामिल हैं।
गौरतलब है कि श्री जुगल किशोर मंदिर संपूर्ण देश में अनूठा है। यहां राधा कृष्ण की जोड़ी के अनुपम दर्शन होते हैं। कहा जाता है कि श्रीकृष्ण की मुरलिया में बेशकीमती हीरे जड़े गए थे, जिसको लेकर सैकड़ों साल से यह भजन गाया जाया रहा है। पन्ना के जुगल किशोर मुरलिया में हीरा जड़े…। जन्माष्टमी के दिन भगवान अपनी हीरा जड़ित मुरली धारण करेंगे और उनके लिए आज विशेष वस्त्र वृंदावन से मंगवाए गए हैं।
मन्दिर का निर्माण 1756 ई. में तत्कालीन पन्ना नरेश हिन्दूपत जी ने कराया था। कहा जाता है कि राधा कृष्ण की यह जोड़ी ओरछा से यहां आई थी। समूचे बुंदलेखंड में यह मंदिर कृष्ण भक्तों की आस्था का केंद्र है। इसे बुंदेलखंड के वृंदावन की संज्ञा दी जाती है। यहां जन्माष्टमी पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं।
(Udaipur Kiran) / सुरेश पाण्डे
(Udaipur Kiran) तोमर