क्राइम के मामले में यूपी व बिहार से भी काफी आगे निकला हरियाणा
हिसार, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष व हरियाणा कॉन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा है अपराध के मामले में हरियाणा उत्तर प्रदेश व बिहार से भी आगे निकल चुका है। प्रदेश के व्यापारियों सहित हर वर्ग भय के साये में काम करने को मजबूर हैं।
रेवाड़ी जिले में सर्राफा व्यापारी जयसिंह की गोली मारकर हत्या किए जाने की निंदा करते हुए बजरंग दास गर्ग ने रविवार को कहा कि कोई दिन ऐसा नहीं जाता, जिस दिन अपराध न होता हो।
उन्होंने कहा कि फरीदाबाद जिले में आरोपियों द्वारा युवक की हत्या करने व हिसार में सज्जन मित्तल, मित्तल पाइप वाले के यहां 35-40 लाख रुपए के सोना-चांदी के आभूषण व नकदी चोरी करने पर प्रदेश के व्यापारी व आम जनता में बड़ा भारी रोष है। हरियाणा में कानून-व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा गई है। क्राइम के मामले में यूपी व बिहार से भी हरियाणा काफी आगे निकल चुका है। हरियाणा में हर रोज व्यापारी व आम जनता की तीन से पांच हत्याओं की वारदातें हो रही है। भाजपा सरकार अपराध को रोकने में पूरी तरह से विफल सिद्ध हुई है। हरियाणा में अपराध बढ़ने के कारण प्रदेश के व्यापारी व उद्योगपति लगातार प्रदेश से पलायन कर रहा है।
हरियाणा में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्गों के खिलाफ अपराधों में अत्यधिक चिंताजनक वृद्धि हुई है। यही नहीं, महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज होने के बाद पुलिस की कार्रवाई बेहद ढीली रही है। ऐसे मामलों में आरोप पत्र दाखिल करने में हरियाणा नीचे से तीसरे पायदान पर है। उत्तर प्रदेश व दिल्ली से ज्यादा डकैतियां 2022 में हरियाणा में हुई हैं।
बजरंग दास गर्ग ने राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वर्ष 2022 की रिपोर्ट के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि ये आंकड़े राज्य में आमजन की सुरक्षा के लिए चिंता उत्पन्न करने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2022 में राज्य में कुल 2.43 लाख आपराधिक मामले दर्ज हुए, जो 2021 से 17.6 फीसदी ज्यादा हैं। राज्य में बच्चों के खिलाफ अपराध में भी 7.7 फीसदी बढ़ोतरी हुई। कुल 6,138 केस दर्ज किए गए, जबकि 2021 में यह आंकड़ा 5,700 और 2020 में 4,338 था। पड़ोसी राज्य पंजाब में 2022 में महज 2,494 वारदात दर्ज की गईं। महिलाओं से दुष्कर्म और बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों में हरियाणा में अदालत में आरोप पत्र दाखिल करने की दर काफी दयनीय है। यह दर केवल 57.2 फीसदी है। इस मामले में हरियाणा का स्थान देश में तीसरा है। हरियाणा के बाद राजस्थान (54 प्रतिशत) और असम (41.4 प्रतिशत) हैं। 2022 में बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों में आरोप पत्र दाखिल करने की दर महज 41.6 प्रतिशत रही। इस श्रेणी के राज्यों में हरियाणा देश में तीसरे नंबर पर है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर / SANJEEV SHARMA