Uttar Pradesh

कर्बला के प्यासे शहीदों के चेहलुम में उमड़ा जनसैलाब

कर्बला के प्यासे शहीदों के चेहलुम में उमड़ा जनसैलाब  जौनपुर,25 अगस्त  (Udaipur Kiran) । शीराजे हिंद जौनपुर का चेहल्लुम रविवार को गमगीन माहौल में मनाया गया। इमाम बारगाह शेख मुहम्मद इस्लाम से उठा जुलूस देर रात सदर इमाम बारगाह पहुंचा। नम आंखों से सभी ताजिए एवं तुरबत सुपुर्दे खाक किए गए। शनिवार को आठ बजे रात में इमाम चौक इस्लाम मरहूम पर ताजिया रखा गया , उसके बाद शब्बेदारी व मजलिस हुई । जिसमे नगर एवं बाहर से आई अंजुमनों ने सारी रात नौहा व मातम किया कर कर्बला के प्यासे शहीदों को पुरसा दिया । सुबह 5 बजे मजलिस हुई, उसके बाद आग में जंजीरों का मातम अंजुमन गुलशने इस्लाम रजिस्टर्ड ने किया। संचालन सैय्यद अकबर हुसैन जैदी एडवोकेट ने किया। रविवार को दिन में एक बजे मजलिस शुरू हुई जिसे मौलाना सैय्यद नदीम जैदी फैजाबादी ने खिताब किया । मजलिस की समाप्ति पर इमामबाड़े से चमत्कारी तुरबत निकाली गई , साथ में ताजिये भी निकले । पानदरीबा रोड, हमाम दरवाजा, काजी की गली, पुरानीबाजार होता हुए सदर इमामबाडा पर जुलूस समाप्त हुआ , जुलूस का संचालन सैय्यद कबीर जैदी ने किया । शिराजे हिंद का चेहल्लुम एक दिन पहले मनाया जाता है, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों जायरीन पहुंचते हैं । इसकी वजह बताई जाती है कि इस इमाम बारगाह एवं जुलूस के बानी शेख मुहम्मद इस्लाम मरहूम को किसी मामले में फंसा दिया गया था , उन्हें जेल हो गई थी उन्हे जिस दिन रिहा किया गया, वह सफर के महीने की 18 तारीख थी । जेल से छूटने के बाद रातभर मजलिस मातम करके 19 सफर को ताजिया को उठाया गया। इस चेहल्लुम की देखरेख मीर मुजफ्फर हुसैन जैदी के खानदान के लोग करते है ।
कर्बला के प्यासे शहीदों के चेहलुम में उमड़ा जनसैलाब  जौनपुर,25 अगस्त  (Udaipur Kiran) । शीराजे हिंद जौनपुर का चेहल्लुम रविवार को गमगीन माहौल में मनाया गया। इमाम बारगाह शेख मुहम्मद इस्लाम से उठा जुलूस देर रात सदर इमाम बारगाह पहुंचा। नम आंखों से सभी ताजिए एवं तुरबत सुपुर्दे खाक किए गए। शनिवार को आठ बजे रात में इमाम चौक इस्लाम मरहूम पर ताजिया रखा गया , उसके बाद शब्बेदारी व मजलिस हुई । जिसमे नगर एवं बाहर से आई अंजुमनों ने सारी रात नौहा व मातम किया कर कर्बला के प्यासे शहीदों को पुरसा दिया । सुबह 5 बजे मजलिस हुई, उसके बाद आग में जंजीरों का मातम अंजुमन गुलशने इस्लाम रजिस्टर्ड ने किया। संचालन सैय्यद अकबर हुसैन जैदी एडवोकेट ने किया। रविवार को दिन में एक बजे मजलिस शुरू हुई जिसे मौलाना सैय्यद नदीम जैदी फैजाबादी ने खिताब किया । मजलिस की समाप्ति पर इमामबाड़े से चमत्कारी तुरबत निकाली गई , साथ में ताजिये भी निकले । पानदरीबा रोड, हमाम दरवाजा, काजी की गली, पुरानीबाजार होता हुए सदर इमामबाडा पर जुलूस समाप्त हुआ , जुलूस का संचालन सैय्यद कबीर जैदी ने किया । शिराजे हिंद का चेहल्लुम एक दिन पहले मनाया जाता है, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों जायरीन पहुंचते हैं । इसकी वजह बताई जाती है कि इस इमाम बारगाह एवं जुलूस के बानी शेख मुहम्मद इस्लाम मरहूम को किसी मामले में फंसा दिया गया था , उन्हें जेल हो गई थी उन्हे जिस दिन रिहा किया गया, वह सफर के महीने की 18 तारीख थी । जेल से छूटने के बाद रातभर मजलिस मातम करके 19 सफर को ताजिया को उठाया गया। इस चेहल्लुम की देखरेख मीर मुजफ्फर हुसैन जैदी के खानदान के लोग करते है ।
कर्बला के प्यासे शहीदों के चेहलुम में उमड़ा जनसैलाब  जौनपुर,25 अगस्त  (Udaipur Kiran) । शीराजे हिंद जौनपुर का चेहल्लुम रविवार को गमगीन माहौल में मनाया गया। इमाम बारगाह शेख मुहम्मद इस्लाम से उठा जुलूस देर रात सदर इमाम बारगाह पहुंचा। नम आंखों से सभी ताजिए एवं तुरबत सुपुर्दे खाक किए गए। शनिवार को आठ बजे रात में इमाम चौक इस्लाम मरहूम पर ताजिया रखा गया , उसके बाद शब्बेदारी व मजलिस हुई । जिसमे नगर एवं बाहर से आई अंजुमनों ने सारी रात नौहा व मातम किया कर कर्बला के प्यासे शहीदों को पुरसा दिया । सुबह 5 बजे मजलिस हुई, उसके बाद आग में जंजीरों का मातम अंजुमन गुलशने इस्लाम रजिस्टर्ड ने किया। संचालन सैय्यद अकबर हुसैन जैदी एडवोकेट ने किया। रविवार को दिन में एक बजे मजलिस शुरू हुई जिसे मौलाना सैय्यद नदीम जैदी फैजाबादी ने खिताब किया । मजलिस की समाप्ति पर इमामबाड़े से चमत्कारी तुरबत निकाली गई , साथ में ताजिये भी निकले । पानदरीबा रोड, हमाम दरवाजा, काजी की गली, पुरानीबाजार होता हुए सदर इमामबाडा पर जुलूस समाप्त हुआ , जुलूस का संचालन सैय्यद कबीर जैदी ने किया । शिराजे हिंद का चेहल्लुम एक दिन पहले मनाया जाता है, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों जायरीन पहुंचते हैं । इसकी वजह बताई जाती है कि इस इमाम बारगाह एवं जुलूस के बानी शेख मुहम्मद इस्लाम मरहूम को किसी मामले में फंसा दिया गया था , उन्हें जेल हो गई थी उन्हे जिस दिन रिहा किया गया, वह सफर के महीने की 18 तारीख थी । जेल से छूटने के बाद रातभर मजलिस मातम करके 19 सफर को ताजिया को उठाया गया। इस चेहल्लुम की देखरेख मीर मुजफ्फर हुसैन जैदी के खानदान के लोग करते है ।

जौनपुर,25 अगस्त (Udaipur Kiran) । शीराजे हिंद जौनपुर का चेहल्लुम रविवार को गमगीन माहौल में मनाया गया। इमाम बारगाह शेख मुहम्मद इस्लाम से उठा जुलूस देर रात सदर इमाम बारगाह पहुंचा। नम आंखों से सभी ताजिए एवं तुरबत सुपुर्दे खाक किए गए।

शनिवार को आठ बजे रात में इमाम चौक इस्लाम मरहूम पर ताजिया रखा गया , उसके बाद शब्बेदारी व मजलिस हुई । जिसमे नगर एवं बाहर से आई अंजुमनों ने सारी रात नौहा व मातम किया कर कर्बला के प्यासे शहीदों को पुरसा दिया । सुबह 5 बजे मजलिस हुई, उसके बाद आग में जंजीरों का मातम अंजुमन गुलशने इस्लाम रजिस्टर्ड ने किया। संचालन सैय्यद अकबर हुसैन जैदी एडवोकेट ने किया।

रविवार को दिन में एक बजे मजलिस शुरू हुई जिसे मौलाना सैय्यद नदीम जैदी फैजाबादी ने खिताब किया । मजलिस की समाप्ति पर इमामबाड़े से चमत्कारी तुरबत निकाली गई , साथ में ताजिये भी निकले । पानदरीबा रोड, हमाम दरवाजा, काजी की गली, पुरानीबाजार होता हुए सदर इमामबाडा पर जुलूस समाप्त हुआ , जुलूस का संचालन सैय्यद कबीर जैदी ने किया ।

शिराजे हिंद का चेहल्लुम एक दिन पहले मनाया जाता है, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों जायरीन पहुंचते हैं । इसकी वजह बताई जाती है कि इस इमाम बारगाह एवं जुलूस के बानी शेख मुहम्मद इस्लाम मरहूम को किसी मामले में फंसा दिया गया था , उन्हें जेल हो गई थी उन्हे जिस दिन रिहा किया गया, वह सफर के महीने की 18 तारीख थी । जेल से छूटने के बाद रातभर मजलिस मातम करके 19 सफर को ताजिया को उठाया गया। इस चेहल्लुम की देखरेख मीर मुजफ्फर हुसैन जैदी के खानदान के लोग करते है ।

(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव / बृजनंदन यादव

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