Bihar

जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को विवश लोग

नाव पर बैठे लोग

भागलपुर, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के सुल्तानगंज स्थित गंगा नदी में लोग अवैध नाव से जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को विवश हैं। एक तरह से यह प्रशासन की लापरवाही है, लेकिन लोगों के लिए मौत का सफर है। सुलतानगंज अगुवानी पुल अपने निर्माण काल में बीते दो साल में तीन बार धाराशाई हो चुका है। इससे साबित होता है कि करोड़ों की लागत से बन रहे पुल में गुणवत्ता का घोर अभाव है। पुल निर्माण में हो रही देरी से लोगों का सफर यहां मौत से काम नहीं है लेकिन लोगों के लिए यह सफर मजबूरी भी है। क्योंकि लोगों का आवागमन के लिए यह एकमात्र रास्ता सुल्तानगंज से खगड़िया को जोड़ता है। समय पर अगर पुल का निर्माण हो जाता तो यह स्थिति नहीं आती।

उल्लेखनीय हो कि एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी अगुवानी पुल का निर्माण करवा रही है। कंपनी पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप भी लग चुके हैं। लोगों को अब इस निर्माणाधीन पुल पर भरोसा नहीं है। लेकिन ठीक उसी पुल के पास से अवैध नौका का परिचालन हो रहा है। बाकायदा नाव पर 50 लोगों के बदले उसके दोगुना लोगों को सवार कर सफर करवाया जा रहा है।

इस बाबत सुल्तानगंज थानाध्यक्ष को भी जानकारी दी गई लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की है। इधर गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। नाव पर क्षमता से अधिक लोगों को सफर करवाया जा रहा है। यात्रियों के अलावा बाढ़ पीड़ितों के समान भारी भरकम भी नाव पर लोड रहता है। जिससे नाव कभी भी हादसे का शिकार हो सकती है। पहले भी यहां नाव हादसे का शिकार हो चुका है। जिस पुल के बगल से नाव गुजरती है। वह पुल पिछले दो साल में तीन बार धराशाई हो चुका है। यहां तक की नाव पर लाइफ जैकेट और पानी से बचने के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं है। गंगा में पानी का तेज बहाव हो रहा है।

(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर / चंदा कुमारी

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